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मध्य प्रदेश

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री को सुनाई खरी-खोटी……..मप्र बना हड़ताल प्रदेश, जनता लाएगी स्ट्रेचर पर : कमलनाथ

पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शिवराज सरकार को घेरते हुए कहा है कि मध्यप्रदेश हड़ताल प्रदेश बनता जा रहा है और वो केवल घोषणाएं करने में व्यस्त हैं। उन्होंने कहा कि आज प्रदेश का हर वर्ग परेशान है, फिर चाहे वो सरकारी कर्मचारी हों, किसान हों या व्यापारी।
बीजेपी पर झूठे वादे करने और उससे मुकर जाने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि जनता अब उनकी असलियत समझ गई है और इन चुनावों में वो इस सरकार को अच्छे से सबक सिखाएगी। कमलनाथ ने ट्वीट करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान तमाशेबाजी में व्यस्त हैं और पूरा प्रदेश हड़तालों का प्रदेश बनता जा रहा है। शिक्षकों और कर्मचारियों की हड़ताल के कारण प्रदेश की प्रमुख यूनिवर्सिटियों में परीक्षाएं स्थगित करनी पड़ी हैं। यह लाखों छात्रों के भविष्य के लिए शुभ संकेत नहीं है। प्रदेश में संविदा कर्मचारी, सरकारी कर्मचारी, अधिकारी, शिक्षक, चिकित्सक, नर्स और जो भी विभाग हैं, उन सबमें आए दिन हड़ताल हो रही है। इन हड़तालों का मुख्य कारण शिवराज सरकार का कुशासन और कर्मचारी विरोधी रवैया है। पहले अधिकारी-कर्मचारियों से झूठे वादे कर देना और बाद में उनसे मुकर जाना… शिवराज सरकार का नेचर और सिग्नेचर बन गया है। इस बदनीयत के कारण खरीद-फरोख्त की सरकार को जनता स्ट्रेचर पर लाने वाली है।

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फिर बारिश का दौर : 12 जिलों में बन रहा सिस्टम….तपा ही नहीं नौतपा…

अब की बार नौतपा के तेवर ठंडे रहे। हर रोज मध्यप्रदेश के किसी न किसी हिस्से में बारिश हुई। ओले गिरे और आंधी का दौर भी जारी रहा। ऐसा वेस्टर्न डिस्टर्बेंस (पश्चिमी विक्षोभ) चक्रवात के एक्टिव रहने और ट्रफ लाइन के गुजरने की वजह से हुआ। शुक्रवार को सागर में बारिश हुई तो प्रदेश के कई शहरों में गर्मी का तेज असर देखने को मिला। मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो 3 जून से प्रदेश में फिर से बारिश का दौर शुरू होगा। इससे भोपाल, उज्जैन समेत ग्वालियर-चंबल के जिले भीगेंगे। मौसम विभाग के अनुसार उत्तर भारत में एक्टिव वेस्टर्न डिस्टर्बेंस का असर प्रदेश के भोपाल, उज्जैन समेत कई जिलों में पड़ेगा। 3, 4 और 5 जून को भोपाल-उज्जैन समेत 12 जिलों में बारिश होने का अनुमान है, जबकि ग्वालियर और चंबल भी भीगेंगे। हालांकि, ये सिस्टम ज्यादा स्ट्रॉन्ग नहीं है, लेकिन जून के दूसरे सप्ताह में फिर से आंधी-बारिश का दौर शुरू होगा। मानसून 20 जून तक प्रदेश में एंट्री कर सकता है।

सीनियर मौसम वैज्ञानिक एचएस पांडे ने बताया कि 1 जून को उत्तर भारत में वेस्टर्न डिस्टर्बेंस एक्टिव हो गया, जिसका असर शुक्रवार से ही प्रदेश में दिखाई देने लगा। सागर में हल्की बारिश भी हुई। 3 जून से असर तेज होगा। भोपाल-उज्जैन संभाग में गरज-चमक के साथ बारिश होगी। सिस्टम का असर भोपाल, रायसेन, राजगढ़, सीहोर, विदिशा, उज्जैन, शाजापुर, आगर-मालवा, देवास, नीमच, मंदसौर और रतलाम में दिखाई देगा। इसके बाद ग्वालियर-चंबल वाले हिस्से में भी हल्की बारिश होने की संभावना है।

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जल जीवन मिशन… आंगनवाड़ी केंद्रों और स्कूलों में पीने के पानी के लाले….

जल जीवन मिशन के तहत सभी आंगनवाड़ी केंद्रों और स्कूलों में पेयजल की व्यवस्था की जाना थी। इसके बावजूद अब तक मप्र की 23000 से ज्यादा आंगनवाड़ियों और 19 हजार से ज्यादा स्कूलों में पेयजल की व्यवस्था नहीं हो पाई है। 31 मई को 174 स्कूलों और 91 आंगनवाड़ियों में पानी पहुंचाया गया। हालांकि इतनी बड़ी संख्या में आंगनवाड़ियों और स्कूलों में पेयजल की व्यवस्था न होने के पीछे वजह यह है कि कई जगह साफ पानी नहीं है, वहीं नल कनेक्शन तो कर दिए गए हैं, लेकिन इनकी जिम्मेदारी लेने वाला कोई नहीं है।
प्रदेश में एक साल पहले तक सिर्फ 6327 आंगनवाड़ी केंद्रों में ही पानी की सप्लाई हो रही थी। हालांकि इसके बाद 40 हजार से ज्यादा आंगनवाड़ियों में जल जीवन मिशन के जरिए पेयजल की व्यवस्था की गई है। आंगनवाड़ियों में पानी न पहुंचने पर महिला बाल विकास विभाग की ओर से लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग को पत्र लिखा गया था, जिसमें यह जानकारी सामने आई थी। इसमें यह भी लिखा गया था कि आंगनवाड़ी केंद्रों में बिजली कनेक्शन नहीं है… लिहाजा जल जीवन मिशन के अंतर्गत लगाए जा रहे पंप को आंगनवाड़ी केंद्रों से बिजली दिया जाना सं‌भव नहीं है, अत: पंप का बिजली कनेक्शन ग्राम पंचायत भवन से लिया जाए।

जल्द समस्या होगी दूर
प्रदेश में 65 प्रतिशत से ज्यादा आंगनवाड़ियों में जल जीवन मिशन के तहत पेयजल की व्यवस्था की गई है। 79.34 प्रतिशत स्कूलों में भी पानी पहुंचाया है। जल्द ही अन्य जगहों पर भी पेयजल की व्यवस्था कर दी जाएगी। अधिकांश स्कूलों में पानी की व्यवस्था कर दी है, लेकिन उसका संचालन करना स्कूलों के हाथ में है।

  • संजयकुमार शुक्ल, प्रमुख सचिव, पीएचई

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129 करोड़ से विकसित होगा हिरदाराम नगर स्टेशन………..

संत हिरदाराम नगर रेलवे स्टेशन जल्द ही भव्य एवं आधुनिक रूप में नजर आएगा। इसके अलावा यहां वंदे भारत का मेंटेनेंस हब भी बनाया जा रहा है। स्टेशन और मेंटेनेंस हब के विकास कार्यों के लिए रेलवे ने इसका ले-आउट प्लान बना लिया है। स्टेशन के बाहर का सुंदरीकरण, 12 फीट चौड़ा एफओबी भी बनेगा। इसके अलावा वर्तमान यात्री प्रतीक्षालय की जगह आधुनिक वेटिंग हॉल बनाने का प्रस्ताव है। मंडल के अधिकारियों ने बताया कि सकुर्लेटिंग एरिया का विकास, स्टेशन बिल्डिंग का सौंदर्यीकरण, हाई लेवल प्लेटफॉर्म एवं कवर ओवर शेड का निर्माण, एफओबी का नवीनीकरण, वेटिंग रूम एवं शौचालय का सुधार, पहुंच मार्गों का सुधार, द्वितीय प्रवेश द्वार, वन्दे भारत ट्रेन का अनुरक्षण डिपो का निर्माण किया जाएगा। ये कार्य 129 करोड़ की लगात से किए जाएंगे।
46 ट्रेनों की है व्यवस्था
संत हिदराम नगर स्टेशन पर रोजाना 46 ट्रेने हॉल्ट लेती हैं। इसके अलावा यहां रोजाना 1,500 से 2,000 हजार का रोजाना फुट फॉल भी है। रेलवे अधिकारियों के अनुसार स्टेशन डेवलपमेंट के बाद यहां अन्य ट्रेनों के हॉल्ट भी बढ़ाए जाएंगे।
15 स्टेशनों का होगा कायाकल्प
अमृत भारत योजना के तहत भोपाल रेल मंडल के 15 स्टेशनों के विकास कार्य किए जाएंगे। जिसमें संत हिरदाराम नगर के अलावा, हरदा, खिरकिया, बानापुरा, इटारसी जक्शन, होशंगाबाद, सांची, विदिशा, गंजबासोदा, अशोकगनर, गुना, शिवपुरी, रूठियाई, ब्यावरा-राजगढ एवं शाजापुर जैसे स्टेशन शामिल हैं। वहीं प्रदेश की बात की जाए तो करीब 80 स्टेशनों का रीडेवलपमेंट होगा।

100 करोड़ की लागत से बनेगा वंदे भारत का मेंटेनेंस
सौरभ बांदोपाध्याय (डीआरएम भोपाल) का कहना है कि संत हिरदाराम नगर का रीडेवलपमेंट किया जा रहा है। इसमें खास तौर पर मल्टीलेवल पार्किंग, दिव्यांग फ्रेंडली अप्रोच रोड, सेकंड एंट्री का डेवलमेंट, एफओबी आदि यात्रियों को एक बेहतर अनुभूति देंगी। इसके अलावा संत हिरदाराम नगर में ही वंदे भारत का मेंटेनेंस हब भी करीब 100 करोड़ की लागत से तैयार किया जाएगा।

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31 मई से 4 जून तक वॉटर कार्निवाल और फूड फेस्टिवल….

भोपाल में पहली बार गौरव दिवस मनाया जाएगा। इस मौके पर सरकारी भवनों को रंगीन रोशनी से सजाया जाएगा। आयोजन की शुरुआत 31 मई की सुबह गौरव दौड़ से होगी। वहीं, 4 जून तक गौरव दिवस के उपलक्ष्य पर विभिन्न आयोजन होंगे। 1 जून को लाल परेड ग्राउंड पर लेजर शो का आयोजन भी किया जाएगा। 31 मई से 4 जून तक शहर के सभी टॉप फूड स्टॉल बिट्टन मार्केट में लगाए जाएंगे।

पांच दिन होगा स्वाद का जश्न
यहां पांचों दिनों तक लोग विभिन्न तरह के जायकों का लुत्फ उठा सकेंगे। यह पहली बार होगा, जब प्रशासन इस तरह से एक ही जगह पर शहर भर के टॉप फूड आइटम उपलब्ध कराएगा। इसमें दूसरे राज्यों के फूड स्टॉल भी शामिल होंगे। अब तक शहर के 33 प्रतिष्ठान फूड स्टॉल लगाने की सहमति दे चुके हैं।
बोट क्लब पर रोमांच
बोट क्लब पर वॉटर कार्निवाल का रोमांच भी रहेगा। इसमें पचमढ़ी से पर्यटन निगम के अधिकृत वेंडर कई तरह के रोमांचक और साहसिक खेलों का आयोजन करेंगे। लोगों को गोवा की जेट स्की की सवारी करने का मौका भी मिलेगा। पैरा सेलिंग की छह तरह की गतिविधियां रहेंगी।

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