Hindustanmailnews

मध्य प्रदेश

गुजरात की स्पेशल टीम ने रोबोटिक आर्म से 50 फीट गड्ढा खोदा

मुंगावली में मंगलवार दोपहर को बोरवेल में गिरी ढाई वर्षीय बच्‍ची सृष्टि कुशवाह के रेस्‍क्‍यू में अब तक बचाव दल को सफलता नहीं मिल पाई है। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, आर्मी के बाद दिल्‍ली व गुजरात से विशेषज्ञों की टीम को मौके पर बुलाया है। बच्‍ची को बोरवेल में गिरे 45 घंटे से ज्‍यादा हो गए हैं। आर्मी के जवानों के पहुंचने के बाद एक बार ऐसा भी मौका आया, जब बच्‍ची को रॉड व हुक के सहारे तकरीबन बाहर निकाल लिया गया था, लेकिन वह ऊपर तक आते-आते पुन: फिसल गई और करीब 150 फीट नीचे जाकर फंस गई।
जिला, पुलिस और विधायक
रॉय डटे हैं मोर्चे पर
घटना की जानकारी लगने के बाद से जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन,आपदा प्रबंधन की टीम और सीहोर विधायक सुदेश रॉय दिन-रात मोर्चे पर डटे हैं। हर पल की भी अपडेट ले रहे हैं और जहां जरूरत पड़ रही है, वहां बात कर समस्या के निदान के लिए हरसंभव कोशिश कर रहे हैं। आज गुजरात की आपदा प्रबंधन की टीम ने मोर्चा संभाल लिया है। उसने रोबोटिक आर्म से अभी तक करीब 50 फीट से ज्यादा गड्ढा खोदा जा चुका है।

गुजरात की स्पेशल टीम ने रोबोटिक आर्म से 50 फीट गड्ढा खोदा Read More »

गंगा-जमना स्कूल में पढ़ने के नियम………..

हिंदू छात्राओं को हिजाब पहनाने के विवादों में आए दमोह के गंगा-जमना स्कूल को लेकर कई चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। मसलन, स्कूल में टीका लगाना और कलावा बांधना मना है। ऐसा करने पर रोका-टोका जाता है। हिजाब पहनना जरूरी है। हिंदू छात्राएं घर से हिजाब पहनकर नहीं निकलती थीं, लेकिन नियमों के आगे मजबूर होकर स्कूल के गेट पर हिजाब पहनकर एंट्री करती थीं। स्कूल में उर्दू अनिवार्य रूप से पढ़ाई जाती है। बच्चों ने आरोप लगाए कि हमारे धर्म के खिलाफ यह सभी कार्य जबरदस्ती धमकी देकर करवाए जाते हैं।
तमाम आरोप और विवादों के बीच आखिरकार बुधवार को गंगा जमना स्कूल की प्रबंधन कमेटी पर केस दर्ज कर ली गई। कमेटी में करीब 10 लोग शामिल हैं। दमोह एसपी राकेश कुमार सिंह ने बताया कि स्कूल के कुछ बच्चों के बयान सामने आए थे, जिसे गंभीरता से लिया गया। इसी आधार पर प्रबंध कमेटी के खिलाफ अपराध दर्ज किया गया है। इधर, कई अभिभावक अपने बच्चों को अब इस स्कूल में नहीं पढ़ाने चाहते। कई परिजन अपने बच्चों की टीसी लेने पहुंच रहे हैं। स्कूल के स्टूडेंट्स ने अपने बयान दर्ज कराए हैं। कक्षा 6वीं से 12वीं तक कुर्ती, सलवार, हिजाब व दुपट्टा ड्रेस है। ड्रेस हमें स्कूल से ही मिलती है, जिसके साथ हिजाब पहनना आवश्यक है। न पहनने पर शिक्षक टोकते हैं। स्कूल में तिलक लगाना, कलावा बांधना वर्जित है।

गंगा-जमना स्कूल में पढ़ने के नियम……….. Read More »

भोपाल स्टेशन पर भारत स्काउट्स-गाइड्स कर रहे जल सेवा

भोपाल स्टेशन पर भारत स्काउट्स एवं गाइड्स बच्चों द्वारा नि:शुल्क जल सेवा भीषण गर्मी के कारण रेल सफर में यात्रियों को पीने के पानी की अधिक आवश्यकता की पूर्ति के लिए भारत स्काउट्स एवं गाइड्स द्वारा यात्रियों की प्यास बुझाने के लिए स्टेशन से गुजरने वाली गाड़ियों में यात्रियों के लिए पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है। रेलवे समाज कल्याण केंद्र भोपाल में पढ़ने वाले रेल कर्मियों के स्काउट्स एवं गाइड्स बच्चों द्वारा भोपाल स्टेशन पर यात्रियों को पानी पिलाकर और उनके खाली बोतलों में पानी भरकर उनकी प्यास बुझाने के लिए श्रमदान किया जा रहा है। इस मुहिम में उनका एक ही उद्देश्य है कि स्टेशन पर यात्रियों को पर्याप्त पानी उपलब्ध कराया जाए ताकि आगे के रेल सफर में उन्हें पानी के लिए परेशान न होना पड़े।

भोपाल स्टेशन पर भारत स्काउट्स-गाइड्स कर रहे जल सेवा Read More »

अब तक बांट चुके हैं चार लाख सीडबॉल, 4 लोगों से शुरू हुई मुहिम 2000 तक पहुंची

सीडबॉल के माध्यम से हरितिमा को सहेजने में जुटे लोग………..

शहर के कंफर्ट इनक्लेव में रहने वाले चार लोगों की अनूठी पहल प्रदेश के साथ अब देशभर में प्रचलित हो रही है। तीन साल पहले 500 सीडबॉल से मुहिम शुरू हुई थी। अब तक ये लोग 4 लाख सीडबॉल बांट चुके हैं। देशभर में सीडबॉल बनाने का नि:शुल्क प्रशिक्षण देने की शुरुआत करने वाली इस अवनि वेलफेयर सोसायटी से अब तक 2 हजार लोग वॉलेंटियर के रूप में जुड़ चुके हैं। कुछ दिनों पहले दिल्ली विवि ने सीडबॉल बनाने का प्रशिक्षण देने के लिए इन्हें बुलाया था, जहां पर इन्होंने 5 हजार सीडबॉल तैयार किए थे। अब अन्य संस्थाएं भी इन्हें प्रशिक्षण के लिए बुलाती हैं। इनकी अब नई मुहिम है, बीज लेकर आओ और सीडबॉल ले जाओ।
क्या है सीडबॉल
सीडबॉल, जापानी वैज्ञानिक मासानोबू फुकुओका की दी गई एक जापानी तकनीक है। इसमें सब्जियों और फलों के बीजों को इकट्ठा करके मिट्टी की एक बॉल बनाई जाती है। इसके बाद इस आॅर्गेनिक बॉल को संबंधित इलाके में फेंक दिया जाता है। एक सीडबॉल को तैयार करने के लिए मिट्टी के दो और खाद का एक हिस्सा लिया जाता है। फिर इसमें बीज डालते हैं और पानी मिलाकर गेंद का आकार दे दिया जाता है। इसके बाद इसे दो दिन छांव में सुखाया जाता है। सुखाने के बाद इसे ऐसी जगहों पर फेंक दिया जाता है, जहां हम हरियाली चाहते हैं। जैसे ही बारिश होती है, यह सीडबॉल खुल जाता है। बीज को पानी मिलता है तो वह पनप जाता है। इस तरह बगैर पौधे रोपे बड़ी संख्या में एक साथ पौधे उगाना संभव हो जाता है। सीडबॉल की सबसे अच्छी बात यह है कि इसके भीतर बीज सुरक्षित रहता है। इसे चिड़िया वगैरह नहीं खा पातीं, जिससे धरती को हरा-भरा बनाने में मदद मिलती है।

प्लास्टिक मुक्त परिसर बनाने यात्रियों को कपड़े का थैला बांट चलाएंगे जागरूकता अभियान
विश्व पर्यावरण दिवस पर भोपाल मंडल में मिशन लाइफ के तहत पर्यावरण हितैषी विविध कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे। इस वर्ष ‘सिंगल यूज प्लास्टिक को कहें ना’ का नारा दिया गया है। मंडल रेल प्रबंधक सौरभ बंदोपाध्याय के मार्गदर्शन में भोपाल स्टेशन पर मण्डल अपर मण्डल रेल प्रबंधक अन्य अधिकारियों के साथ यात्रियों को कपड़े का थैला वितरित कर प्लास्टिक मुक्त रेल परिसर बनाने जागरूकता अभियान चलाकर पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक किया जाएगा। इस अवसर पर अधिकारियों द्वारा पौधरोपण भी किया जाएगा। इसके अतिरिक्त डीजल लोको शेड इटारसी में पर्यावरण संरक्षण के लिए पौधारोपण आदि गतिविधियां आयोजित की जाएंगी। विद्युत लोक शेड इटारसी में रेलकर्मी कलाकारों द्वारा मिशन लाइफ के तहत पर्यावरण के प्रति जागरूकता सम्बन्धी नुक्कड़ नाटक का मंचन किया जाएगा। इसके अलावा मंडल में विभिन्न स्टेशनों, रेलवे कॉलोनियों में पर्यावरण जागरूकता सम्बन्धी विभिन्न गतिविधियां आयोजित की जाएंगी। व्यापक प्रचार-प्रसार के लिए मिशन लाइफ के तहत मंडल के स्टेशनों पर पर्यावरण के प्रति जागरूकता सम्बन्धी बैनर, पोस्टर प्रदर्शित किये गए हैं।

अब तक बांट चुके हैं चार लाख सीडबॉल, 4 लोगों से शुरू हुई मुहिम 2000 तक पहुंची Read More »

Shivpuri Accident News: शिवपुरी में नर्मदापुरम के बच्चों से भरी बस पलटी, 40 बच्चे घायल, 2 की मौत

नर्मदापुरम से वनवासी कार्यक्रम के तहत ग्वालियर शाजापुर जा रही बच्चों से भरी बस से ट्रक टकरा गया। जिससे बस दुर्घटनाग्रस्त हो गई। घटना में दो की मौत हो गई है और 40 लोग घायल हो गए हैं। घायलाें को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहांपर उनका उपचार चल रहा है। हादसा ट्रक के टायर फटने के बाद बस से टकराने से होना बताया जा रहा है।

घटनाक्रम के मुताबिक मध्य प्रदेश सरकार द्वारा चलाये जा रहे जा रहे वनवासी कार्यक्रम के तहत नर्मदापुरम के बच्चे ग्वालियर से शाजापुर बस से जा रहे थे। बस शिवपुरी के पास पहुंची ही थी कि हाइवे पर पास से गुजर रहे एक ट्रक का टायर फट गया। जिससे वह बस से टकराया और बस पलट गई। घटना में 40 बच्चे घायल हो गए जबकि दो की मौत हो गई। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और एंबुलेंस से बच्चों को अस्पताल में पहुंचाया। पुलिस ने ट्रक ड्रायवर के खिलाफ मामला दर्ज किया है।

Shivpuri Accident News: शिवपुरी में नर्मदापुरम के बच्चों से भरी बस पलटी, 40 बच्चे घायल, 2 की मौत Read More »

Scroll to Top
Verified by MonsterInsights