हिंदू छात्राओं को हिजाब पहनाने के विवादों में आए दमोह के गंगा-जमना स्कूल को लेकर कई चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। मसलन, स्कूल में टीका लगाना और कलावा बांधना मना है। ऐसा करने पर रोका-टोका जाता है। हिजाब पहनना जरूरी है। हिंदू छात्राएं घर से हिजाब पहनकर नहीं निकलती थीं, लेकिन नियमों के आगे मजबूर होकर स्कूल के गेट पर हिजाब पहनकर एंट्री करती थीं। स्कूल में उर्दू अनिवार्य रूप से पढ़ाई जाती है। बच्चों ने आरोप लगाए कि हमारे धर्म के खिलाफ यह सभी कार्य जबरदस्ती धमकी देकर करवाए जाते हैं।
तमाम आरोप और विवादों के बीच आखिरकार बुधवार को गंगा जमना स्कूल की प्रबंधन कमेटी पर केस दर्ज कर ली गई। कमेटी में करीब 10 लोग शामिल हैं। दमोह एसपी राकेश कुमार सिंह ने बताया कि स्कूल के कुछ बच्चों के बयान सामने आए थे, जिसे गंभीरता से लिया गया। इसी आधार पर प्रबंध कमेटी के खिलाफ अपराध दर्ज किया गया है। इधर, कई अभिभावक अपने बच्चों को अब इस स्कूल में नहीं पढ़ाने चाहते। कई परिजन अपने बच्चों की टीसी लेने पहुंच रहे हैं। स्कूल के स्टूडेंट्स ने अपने बयान दर्ज कराए हैं। कक्षा 6वीं से 12वीं तक कुर्ती, सलवार, हिजाब व दुपट्टा ड्रेस है। ड्रेस हमें स्कूल से ही मिलती है, जिसके साथ हिजाब पहनना आवश्यक है। न पहनने पर शिक्षक टोकते हैं। स्कूल में तिलक लगाना, कलावा बांधना वर्जित है।