यातायात, सड़क सुधार और दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए गठित उप समितियों के सुझावों पर प्रशासन ने अमल शुरू कर दिया है। इधर, शराब पीकर वाहन चलाने और यातायात के नियमों को तोड़ने वालों के विरुद्ध अब सख्त कार्रवाई कार्रवाई की जाएगी, वहीं यातायात के नियमों का पालन नहीं करने वाले आदतन वाहनों चालकों के लाइसेंस को निरस्त किया जाएगा।
कलेक्टर डॉ. इलैया राजा टी की अध्यक्षता में सोमवार को सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में कलेक्टर ने जानकारी दी कि जिले में यातायात सुधार और दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए गठित उप समितियों के सुझावों पर अमल शुरू कर दिया है। कलेक्टर कार्यालय में आयोजित बैठक में डीसीपी ट्रैफिक मनीष अग्रवाल, इंदौर ग्रामीण एसपी हितिका वासल और एडीएम अजयदेव शर्मा सहित परिवहन, लोक निर्माण विभाग, स्वास्थ्य, यातायात पुलिस, राष्ट्रीय राजमार्ग व अन्य संबंधित विभागों के अफसर मौजूद थे। बैठक में यातायात नियमों के संबंध में जागरूकता लाने, सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम तथा ब्लैक स्पॉट की तकनीकी तथा अन्य समस्याओं को दूर करने के संबंध में चर्चा की गई। बैठक में जानकारी दी गई कि दुर्घटनाओं की रोकथाम और यातायात को सुव्यवस्थित बनाने के संबंध में सुझावों के लिए विभिन्न समितियों द्वारा सुझाव प्रस्तुत करने का सिलसिला शुरू हो गया है।
बैठक में यह भी बताया गया कि ब्लैक स्पॉट एवं शहर के अन्य व्यस्ततम चौराहों की तकनीकी खामियों का पता लगाकर उन्हें दूर करने संबंधी रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए एक तकनीकी उप समिति का गठन किया गया है। समिति ने शहर के चिह्नित 14 ब्लैक स्पॉट पर विभिन्न कार्यों के लिए अपने सुझाव दिए हैं। कलेक्टर ने इन सुझावों पर तत्काल कार्रवाई प्रारंभ करने के निर्देश दिए। बैठक में इंदौर-उज्जैन रोड पर बाणगंगा क्षेत्र में, छावनी अनाज मंडी, लोहा मंडी क्षेत्र में भारवाहक वाहनों के आवाजाही के लिए समय निर्धारित करने पर भी चर्चा की गई। बैठक में नेशनल हाईवे व अन्य महत्वपूर्ण मार्गों पर सतत पेट्रोलिंग करने और क्रेन की व्यवस्था भी रखने के निर्देश दिए गए। बैठक में रेत मंडी को अन्यत्र स्थानांतरित करने की कार्रवाई तेज करने के निर्देश दिए गए। पीडब्ल्यूडी के कार्यपालन यंत्री को नोटिस: बैठक में केट से राऊ तक निर्मित सड़क पर सेंट्रल लाइटिंग का प्रावधान नहीं रखने पर पीडब्ल्यूडी के कार्यपालन यंत्री मनोज सक्सेना को कारण बताओ नोटिस देने के निर्देश दिए गए।