मनोज वाजपेयी की अपकमिंग फिल्म ‘सिर्फ एक बंदा काफी है’ पर विवाद हो गया है। 8 मई को फिल्म का ट्रेलर रिलीज होने के बाद आसाराम बापू ट्रस्ट ने फिल्म के मेकर्स को नोटिस जारी किया है। ट्रस्ट के वकील ने कोर्ट से अनुरोध किया है कि फिल्म की रिलीज और प्रमोशन को कैसे भी करके रोक दिया जाए। वकील का कहना है कि ये फिल्म उनके मुवक्किल की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचा रही है।
दरअसल फिल्म में दिखाया गया है कि एक बाबा ने 16 साल की लड़की का रेप किया है। चूंकि डिस्क्लेमर में साफ लिखा है कि ये फिल्म सच्ची घटनाओं पर प्रेरित है। फिल्म में दिख रहे बाबा का हुलिया सीधे तौर पर आसाराम से मिलता जुलता है, इसलिए ये अंदाजा लगाया जा सकता है फिल्म आसाराम के विवाद से ही जुड़ी है। इस पूरे मामले में फिल्म के प्रोड्यूसर आसिफ शेख ने मीडिया से बात करते हुए कहा, हां, हमें नोटिस मिला है। अब इस मामले में अगला कदम क्या होगा वो हमारे लॉयर्स तय करेंगे। हमने पीसी सोलंकी पर बायोपिक बनाई है और इसके लिए हमने उनसे राइट्स भी खरीद लिए हैं। फिल्म उस पर आधारित है तो इसमें हम लोग कुछ नहीं कर सकते। हम किसी की सोच को नहीं रोक सकते। जब फिल्म रिलीज होगी तो सच अपने आप बता देगी। जानकारी के लिए बता दें कि फिल्म 23 मई को ओटीटी प्लेटफॉम जी-5 पर रिलीज होगी। ये फिल्म आसाराम के खिलाफ केस लड़ने वाले वकील पीसी सोलंकी पर बेस्ड है। फिल्म में मनोज बाजपेयी ने उन्हीं का रोल प्ले किया है। पीसी सोलंकी का पूरा नाम पूनम चंद सोलंकी है। पीसी सोलंकी वो शख्स हैं जिन्होंने आसाराम केस में रेप विक्टिम की तरफ से पैरवी की। सोलंकी ने न केवल इस केस को लड़ा बल्कि उस बच्ची को न्याय भी दिलाया।