
छतरपुर, एजेंसी
हिंदुओं के हक की बात करने बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने 160 किलोमीटर लंबी सनातन हिंदू एकता पदयात्रा शुरू कर दी है, जिसे हिंदू जोड़ो यात्रा का नाम दिया है। यात्रा में बागेश्वर सरकार के हजारों भक्त शामिल हैं। आज से 29 नवंबर तक चलने वाली यह यात्रा बागेश्वर धाम से शुरू होकर ओरछा तक जाएगी। यात्रा में शास्त्री हिंदुओं को जाति-पाति से ऊपर उठकर एकता का संदेश देंगे।
पदयात्रा की शुरुआत में धीरेंद्र शास्त्री ने कहा- उम्मीद नहीं थी कि यात्रा में इतना अपार जनमानस शामिल होगा। बागेश्वर में यह जगे हुए भारत के 2024 के जगे हुए हिंदू हैं। अब वह हिंदू नहीं बचे हैं कि तुम हमें थप्पड़ मारोगे और यह भाग जाएंगे। यह वह हिंदू हैं, जिन्हें छेड़ोगे तो वो छोड़ेंगे नहीं। यह हिंदू हिंसावादी नहीं, अहिंसावादी हैं, क्योंकि उनके हाथ में तलवार नहीं है, विचार की तलवार है। हम उनके हाथों में सच्चाई की किताब देना चाहते हैं। रामायण और गीता देना चाहते हैं। तर्क वादी सोच देना चाहते हैं। हक के लिए लड़ने का अधिकार देना चाहते हैं। हम चाहते हैं हिंदू हक की बात बोलें, संविधान की बात बोलें, देश की एकता की बात बोलें। इनको कोई छेड़े तो यह किसी को छोड़े नहीं।
अब इससे बड़ा संकट क्या हो सकता है कि हमारे ही देश में रहकर हमारे ही मंदिरों पर कब्जा हो। अयोध्या, मथुरा और काशी जैसे कई उदाहरण हैं। बाबर के जमाने में राम मंदिर कब्जाया गया। अकबर के जमाने में काशी में मस्जिद बना दी। उन्होंने जगह-जगह पर देश पर हक जताया। हिंदू समाज से कह रहे हैं करो या मरो के बारी है, भारत पर संकट भारी है। कल के दिन यह बागेश्वर धाम में मजार बना ले तो हम तो मर ही जाएंगे, इसलिए हम हिंदुओं को एक होने के लिए जात-पात को मिटाने के लिए ये कर रहे हैं।