
पुलिस द्वारा आम जनता को डरा-धमकाकर रिश्वत वसूलना तो अब आम बात हो चली है। पुलिस की रिश्वत खोरी से आम जनता के साथ ही उद्योगपति व व्यापारी वर्ग भी काफी परेशान है। पुलिस की अवैध वसूली का ऐसा ही एक मामला सांवेर रोड औद्योगिक क्षेत्र में सामने आया है। मामले में पुलिसकर्मी ने सांवेर रोड़ औद्योगिक क्षेत्र स्थित एक फैक्ट्री में पहुंचकर प्रदूषण फैलाने के नाम पर ना सिर्फ फैक्ट्री संचालक को डराया-धमकाया बल्कि 7.5 लाख रुपए की रिश्वत भी मांगी। एक लाख रुपए वसूलने के बाद बाकि पैसों के लिए लगातार धमकिया देता रहा। इस मामले में पड़ित उद्यमी ने पुलिस कमिश्नर से शिकायत की है। वहीं मामले में बयान के लिए थाने बुलावाने के बाद दो लोगों को पुलिसकर्मी ने मुर्गा भी बना दिया गया। गौरी नगर में रहने वाले फरियादी समशुद्दीन पिता मोहम्मद मिराज ने पुलिस कमिश्नर से की गई शिकायत में कहा है कि उनका सांवेर रोड औद्योगिक क्षेत्र के सेक्टर-सी में बैटरी स्क्रेप को डकिस्ट्रॉय करने का कारखाना है। 25 अक्टूबर को उनकी फैक्ट्री पर बाणगांगा थाने में पदस्थ प्रधान आरक्षक राजकुमार चौबे आए और प्रदूषण फैलाने के नाम पर धमकाने लगे। चौबे ने केस दर्ज कर जेल में डालने की धमकी दी। फरियादी ने बताया कि जब उन्होंने पुलिसकर्मी से कहा कि मेरे द्वारा कोई प्रदूषण नहीं किया जा रहा है इस पर प्रधान आरक्षक ने अनावश्यक दबाव बनाया और धमकी देते हुए मामले को रफा-दफा करने के लिए 7.5 लाख रुपए की मांग की। यह राशि नहीं देने पर प्रकरण बनाकर थाने ले जाने की बात कही। फरियादी ने कहा कि उनके पास पैसे नहीं है तो आरोपी पुलिसकर्मी ने कहा कि जितने हैं उतने दे दो बाकि बाद में दे देना। इस पर फरियादी ने कहा कि 30-40 हजार रुपए ले लें। तो आरोपी ने कहा कि कम से कम एक लाख रुपए देना होंगे वर्ना कार्रवाई कर दूंगा। इससे घबराकर फरियादी ने अपने परिचित सुरेश जायसवाल और मदन दुबे को बुलाकर उनसे आरोपी की बात करवाई और एक लाख रुपए दे दिए। इसके बाद से आरोपी प्रधान आरक्षक बाकी पैसों के लिए लगातार दबाव बनाकर धमकियां दे रहा है।