सिमरोल थाना क्षेत्र के भेरू घाट में शुक्रवार को एक कार खाई में गिर गई। एक ट्रैक्टर एजेंसी का मैनेजर अपनी नई कार लेकर इंदौर से बड़वाह तरफ जा रहा था। पहले वाले घाट पर वह असंतुलित हुआ और कार 150 फीट गहरी खाई में गिर गई। किस्मत से कार के एयर बलून खुल गए और उसकी जान बच गई। सिमरोल टीआई मंशाराम वगेन के अनुसार घायल युवक का नाम सुबीर पिता सुभाष करमाकर निवासी बंगाली चौराहा है। सावन का महीना होने के चलते कावड़ियों के आने-जाने के कारण घाट पर भारी वाहन प्रतिबंधित हैं। घाट निरीक्षण के दौरान दोपहर में टीआई को सूचना मिली कि एक कार (एमपी 09-जेडबी-0900) खाई में गिर गई है। वे तुरंत वहां पहुंचे तब तक कुछ लोग खाई में उतर कर युवक को कार से बाहर निकाल चुके थे। कार 150 फीट नीचे एक पेड़ से टकराकर रुक गई थी। गाड़ी पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई है। जैसे ही कार फिसली, लोगों ने देख लिया था। वे मदद को दौड़े।
लोगों की मदद से घायल को ऊपर लाया – स्थानीय लोगोें की मदद से जख्मी युवक को खाई से ऊपर लाया गया। उसे ज्यादा चोट नहीं लगी थी, लेकिन वह बेहोश था। इलाज के लिए उसे एंबुलेंस की मदद से इंदौर भेजा गया। प्रारंभिक पूछताछ में उसने अपना नाम सुबीर बताया। उसने पिछले महीने ही नई कार खरीदी थी, इससे वह ओंकारेश्वर जा रहा था, तभी उसका संतुलन बिगड़ा। कुछ लोगों ने बताया कि युवक ने ब्रेक की जगह एक्सीलेटर दबा दिया होगा, जिससे कार रफ्तार में नीचे उतर गई। कार के एयर बलून खुलने से सुबीर की जान बच गई।
घाट में रैलिंग नहीं होने के कारण पहले भी हो चुके हादसे- भेरू घाट पर रैलिंग नहीं होने के कारण पहले भी हादसे हो चुके हैं। कुछ साल पहले बाबा चौपाटी ढाबे के पीछे एक युवक और युवती कार में बैठकर बातें कर रहे थे। अचानक उनकी कार का गियर डाउन हुआ और वह रिवर्स चलने लगी। चंद सेकंड में कार 200 मीटर गहरी खाई में गिर गई थी। तब युवक निकलकर बाहर निकला और भाग गया था। करीबन 6 घंटे बाद पुलिस ने सूचना मिलने पर युवती को जख्मी हालत में बाहर निकाला था। लंबे समय तक इलाज के बाद उसकी जान बच पाई थी।