प्रदेश की धरती से अब सोना और वैनेडियम धातुओं का भी खनन होगा। राज्य सरकार सिंगरौली जिले में मिले दो गोल्ड ब्लॉक और बैतूल में मिली बहुमूल्य धातु वैनेडियम-ग्रेफाइट ब्लॉक की पहली बार नीलामी करने जा रही है। पन्ना, रीवा और पन्ना-छतरपुर की सीमा पर 4 नए डायमंड ब्लॉक की भी नीलामी होने जा रही है। जो भी कंपनी इन खनिज ब्लॉक का कंपोजिट लाइसेंस हासिल करेगी, उसके पास खनिज की गुणवत्ता और मात्रा के प्रोसपेक्टिंग लाइसेंस के साथ ही माइनिंग राइट दोनों मिलेंगे। वैनेडियम का इस्तेमाल स्टील की ऐसी मिश्रित धातु बनाने में होता है, जो मजबूत और हल्की होने के कारण न्यूक्लियर रिएक्टर, एयरक्रॉफ्ट, रॉकेट और वाहनों के निर्माण में काम आती है। मप्र खनिज संसाधन विभाग ने 51 माइनिंग ब्लॉक की नीलामी के ई-आॅक्शन के लिए टेंडर बुलाए हैं। इनमें 13 खदानें ऐसी हैं, जिनमें खनिज की प्रोसपेक्टिंग पहले ही हो चुकी है, इनकी माइनिंग लीज दी जाएगी। 38 खनिज ब्लॉक के कंपोजिट लाइसेंस दिए जाएंगे। इसमें खनिज की गुणवत्ता और मात्रा के प्रोस्पेक्टिंग और माइनिंग राइट दोनों शामिल होंगे। 10 अगस्त तक इच्छुक कंपनियां टेंडर भर सकती हैं। सरकार अगले 50 साल के लिए इन खनन ब्लॉक को लीज पर देने जा रही है।