दूसरे को देख जागा जुनून… मन ने ठानी और पाइप से कर दी बुनाई……….
हिन्दुस्तान मेल, इंदौर। जुनून हो तो 64 वर्षीय यामिनी सातव जैसा… सुनकर ताज्जुब कर सकते हैं। उन्होंने 19.9 फीट ऊंचे पाइप को स्वेटर वाली सलाई के रूप में इस्तेमाल किया और 10 किलो की रस्सी से निटिंग कर अनोखी बुनाई करके दिखाई। उनके इस कारनामे को इंडिया बुक आॅफ रिकॉर्ड में स्थान मिला है। सातव परिवार प्रयासरत है कि इस कारनामे को गिनीज बुक आॅफ रिकॉर्ड में भी स्थान मिले।
यामिनी ने समाचार-पत्रों में खबर पढ़ी कि यूके की एक लड़की एलिजाबेथ ने इसी तरह से निटिंग करके गिनीज बुक में रिकॉर्ड दर्ज कराया है। बस तभी से उन्होंने तय किया कि इस रिकॉर्ड को मुझे तोड़ना है।
मोटे पाइप की सूई बनवाई- दस किलो रस्सी के बंडल बनवा लिए। अब समस्या थी इतना बड़ा ग्राउंड कहां मिले, जहां बैठकर वह इस निटिंग को अंजाम दे सकें। भीलवाड़ा के एक स्कूल में प्राचार्य उनकी ननद नूतन गावड़े ने सुझाव दिया कि तुम सारा सामान लेकर यहां आ जाओ, स्कूल के मैदान में व्यवस्था कर सकते हैं। पति ललित सातव और अन्य सदस्यों के साथ वो भीलवाड़ा पहुंच गईं। सतत् चार दिन के प्रयास के बाद वहां यामिनी ने अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति के बल पर ऐसा कीर्तिमान रच डाला, जो इससे पहले नहीं हुआ। बच्चों के लिए स्वेटर बनाना तो उनके लिए भी बहुत आसान है, लेकिन इस निटिंग के लिए सूइयों की जो साइज थी, उससे 10 किलो की रस्सी से निटिंग करना असंभव था, क्योंकि इतने भारी पाइपों को फंदे डालने के लिए बार-बार उठाना भी चुनौतीपूर्ण था। उन्होंने ईंटों के सहारे रस्सी के बंडल बनाकर निटिंग की। सोमिला इंटरनेशनल स्कूल के जिस मैदान पर ये कार्य हुआ, उसकी पूरी वीडियो रिकॉर्डिंग भी की गई। इसे इंडिया बुक आॅफ रिकॉर्ड के लिए भेजा गया। उनकी टीम ने अपने स्तर पर यामिनी सातव के इस काम को सत्यापित करने के बाद रिकॉर्ड बनाए जाने की घोषणा की, सर्टिफिकेट दिया। रिकॉर्ड में जगह मिली। हमारे पूरे परिवार ही नहीं, रिश्तेदारों के लिए भी ये गौरव की बात है। इस उपलब्धि पर आई को निरंतर बधाइयां मिल रही हैं।