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मूट कोर्ट यानी प्रोफेशनल्स अदालतों की प्रक्रिया प्रयोगात्मक तरीके से समझ आए

टैक्स प्रैक्टिशनर्स एसोसिएशन एवं इंदौर सीए शाखा ने ‘मॉक ट्रिब्यूनल’ का आयोजन किया। एसो. के प्रेसिडेंट सीए शैलेंद्र सिंह सोलंकी एवं सीए शाखा के चेयरमैन सीए मौसम राठी ने कहा कि मूट कोर्ट एक वास्तविक अदालत का अनुकरण करने जैसा ही होता है, जहां प्रोफेशनल्स को वास्तविक अदालत में होने वाली कार्यवाही को उसी रूप में एक मॉडल की तरह समझाया जाता है और वास्तविक अदालत की प्रक्रिया और उसकी गतिविधियों को सीखते हैं। इसमें पार्टियों के बीच एक काल्पनिक विवाद पर काल्पनिक सुनवाई और सबूत पेश किए जाते हैं, जिससे प्रोफेशनल्स को अदालतों की प्रक्रिया प्रयोगात्मक तरीके से समझ में आ सके।
मॉक ट्रिब्यूनल के कन्वेयर सीनियर एडवोकेट सीए सुमित नेमा ने कहा कि मॉक ट्रिब्यूनल में किसी काल्पनिक, विशिष्ट वाद या विषय को चुना जाता है और फिर उसी वाद/ विषय में वाद-विवाद होता है। इस अवसर पर जज की भूमिका सीनियर एडवोकेट सीए सुमित नेमा एवं एडवोकेट सीए हितेश चिमनानी, ज्यूरी के रूप में इनकम टैक्स अपीलेट ट्रिब्यूनल के ज्यूडिशियल मेंबर विजय पाल रॉव, अकाउंटेंट मेंबर सीए बीएम बियानी मौजूद थे। विशेष अतिथि प्रिंसिपल कमिश्नर आॅफ इनकम टैक्स अजय अत्रि एवं एसबी प्रसाद मौजूद थे। विनर अवॉर्ड सीए अविनाश अग्रवाल को दिया गया। रनर अप अंकुर अग्रवाल को दिया गया। सचालन टीपीए के मानद सचिव सीए अभय शर्मा ने किया।

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