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मध्य प्रदेश

व्यापमं घोटाला: दिग्विजय के खिलाफ आज सुनवाईवीडी शर्मा की शिकायत पर दर्जहुआ था मानहानि का केस

भोपाल। भोपाल का एमपी-एमएलए स्पेशल कोर्ट कांग्रेस के सीनियर लीडर व राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह के खिलाफ दर्ज मानहानि मामले में आज सुनवाई करेगा। मामला साल 2014 में दिए गए दिग्विजय के एक बयान से जुड़ा है। इसमें उन्होंने बीजेपी नेता वीडी शर्मा को बिचौलिया कहा था। शर्मा के आवेदन पर कोर्ट ने 5 दिसंबर, 2022 को धारा 500 के तहत दिग्विजय सिंह पर केस दर्ज किया था। आईपीसी की इस धारा में 1 से 2 साल की सजा का प्रावधान है।
बीजेपी के वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कोर्ट में शिकायत दी थी कि दिग्विजय ने 4 जुलाई, 2014 को इलेक्ट्रॉनिक और प्रिंट मीडिया के सामने उन पर गंभीर आरोप लगाए थे। दिग्विजय ने कहा था कि वीडी शर्मा एबीवीपी के महामंत्री रहे हैं। उन्होंने व्यापमं घोटाले में बिचौलिए का काम किया है। इस बयान को आम लोगों द्वारा पढ़ा और सुना गया है। इससे उनकी छवि धूमिल हुई है। कोर्ट द्वारा दिग्विजय पर आरोप तय कर दिए गए हैं। वे फिलहाल जमानत पर हैं।

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प्रधानमंत्री मोदी आज शहडोल में

हिन्दुस्तान मेल, शहडोल। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज शहडोल के लालपुर और पकरियां गांव में आयोजित कार्यक्रमों में शामिल होंगे। प्रधानमंत्री के कार्यक्रम के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। प्रधानमंत्री पहले 27 जून को शहडोल आने वाले थे, लेकिन खराब मौसम के कारण उनका दौरा स्थगित हो गया था। उसके बाद यह एक जुलाई का कार्यक्रम तैयार किया गया।

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मंदिरों में दर्शन के पैसे वसूलना कलंक की बात – शंकराचार्य

हिन्दुस्तान मेल, ग्वालियर। मंदिरों में भगवान के दर्शन के लिए पैसे वसूलना कलंक की बात है। यह हिंदू धर्म को बदनाम करने की साजिश है। विश्व में ऐसा कौन-सा धर्म है, जिसमें उनके देवता को देखने के लिए पैसा मांगा जाता है। हम इसका विरोध करते हैं। वे शुक्रवार को दो दिवसीय प्रवास पर ग्वालियर आए हैं। उन्होंने युवाओं के लिए सफलता का मंत्र बताते हुए कहा कि मस्तिष्क में स्पष्टता होना चाहिए कि हमें किस दिशा में जाना है और हमें क्या प्राप्त करना है, फिर उसके लिए समझ और समर्पण करना होगा। आजादी के बाद संविधान में धारा 30 लगाकर हमने बहुसंख्यक हिंदुओं को धार्मिक शिक्षा से वंचित कर रखा है। अगर हम ये आयोजन नहीं करेंगे तो हमारे बच्चों को धार्मिक शिक्षा कहां से मिलेगी?

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बालासोर ट्रेन हादसे के बाद रेलवे ने महाप्रबंधक अर्चना जोशी को हटाया

नई दिल्ली, एजेंसी। बालासोर ट्रेन हादसे के बाद दक्षिण-पूर्व रेलवे की महाप्रबंधक अर्चना जोशी को उनके पद से हटा दिया गया। कैबिनेट की अप्वॉइंटमेंट कमेटी ने अनिल कुमार मिश्रा को दक्षिण-पूर्व रेलवे का नया महाप्रबंधक बनाया है। ओडिशा के बालासोर में 2 जून को तीन ट्रेन टकरा गई थीं, जिसमें 292 लोगों की जान चली गई थी।

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मलियागुडा में प्रिंट रेट से अधिक में बेची जा रही शराब, आबकारी अधिकारी बने अनजान

बिरसिंहपुर पाली/उमरिया। देशी-विदेशी शराब की दुकान में इन दिनों मनमानी हो रही है, जहां कई बार शिकायत करने के बाद भी आबकारी विभाग के अधिकारी इस बात पर ध्यान नहीं दे रहे हैं। क्या मनमाने रेट से शराब बेची जा रही है, वह भी प्रिंट से अधिक पर, जब यह बात उनसे पूछो तो कहते हैं कि मेरा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता है। हम अधिकारियों को तगड़ा कमीशन देते हैं। आपको बता दें कि यह पूरा मामला उमरिया जिले के पाली क्षेत्र अंतर्गत मलियागुडा का है, जहां प्रिंट रेट से ज्यादा की कीमत पर शराब बेची जा रही है, जिसका विरोध कई बार लोग कर चुके हैं, लेकिन फिर भी इन लोगों की शिकायत ऊपर अधिकारी तक नहीं पहुंच पाती है। इस बारे में जब ठेकेदार से या उनके कर्मचारियों से बात की जाती है तो ठेकेदारऔर उनके कर्मचारी साफ तौर पर कहते हैं कि हम कमीशन देते हैं अधिकारी को, इसलिए कोई भी कार्रवाई नहीं होगी, चाहे जहां शिकायत करनी हो, कर लो।
हैरानी की बात तो यह है कि जब उनसे बिल लिया जाता है तो बिल में भी प्रिंट रेट से अधिक का बिल थमा दिया जाता है। ऐसे में सवाल यह उठता है कि आबकारी विभाग अंधा हो चुका है। उसे कमीशन के अलावा कुछ दिखाई और सुनाई नहीं देता है। जब शिकायत की जाती है वो चाहे वह मौखिक रूप से ही क्यों न हो तो उस पर संज्ञान क्यों नहीं लिया जाता?
कई सारे बिंदु हैं, जहां पर विभाग को समीक्षा करने की जरूरत है, लेकिन आबकारी विभाग के अधिकारी इस कदर मस्त मौला रूप में बैठे हुए हैं कि उन्हें किसी बात की चिंता नहीं है, बस उन्हें कमीशन से मतलब है। यह हम नहीं कह रहे हैं, बल्कि ग्रामीणों ने ऐसा आरोप लगाया है। आज एक प्रमाण ऐसा देखने को मिला है कि शराब खरीदने के लिए एक व्यक्ति जाता है, जब वह शराब मांगता है तो उसे प्रिंट से अधिक का बिल भी थमा दिया जाता है। ऐसे में सवाल ये उठता है कि इस प्रकार से क्या कार्रवाई हो पाएगी।
जो शराब ठेकेदार है, उसकी सभी अधिकारी और कर्मचारियों से डायरेक्ट मिलीभगत है। इसी कारण यहां आबकारी विभाग की नाक के नीचे ये सब गड़बड़झाला चल रहा है, वहीं प्रिंट रेट से अधिक के हिसाब से भी शराब बेची जा रही है।

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