Hindustanmailnews

क्रिकेट

गांगुली ने किया खुलासा, बोले- हम इसके लिए नहीं थे तैयार

भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष सौरव गांगुली ने विराट कोहली के कप्तानी विवाद नए खुलासे किए हैं। जब कोहली ने कप्तान के रूप में पद छोड़ा था तब गांगुली ने दावा किया था कि बीसीसीआई ने विराट से ऐसा नहीं करने का अनुरोध किया था। हालांकि, कोहली ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज में भारतीय टीम की कप्तानी की थी। उन्होंने सीरीज के दौरान ही एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में गांगुली की इन बातों का खंडन किया था। अब गांगुली ने इस विवाद पर नई बात बताई है।
गांगुली ने एक इंटरव्यू में खुलासा किया कि बीसीसीआई को कोहली के टेस्ट कप्तानी छोड़ने पर आपत्ति थी। बोर्ड इसके लिए तैयार भी नहीं था। भारतीय रन-मशीन ने बतौर कप्तान 18 टेस्ट सीरीज जीतीं। 25 टेस्ट सीरीज में से छह में भारत को हार का सामना करना पड़ा। पूर्व भारतीय कप्तान आॅस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज जीतने वाले पहले एशियाई कप्तान भी हैं।
कोहली ही बता सकते हैं सच्चाई- गांगुली ने इंटरव्यू में आगे कहा, दक्षिण अफ्रीका दौरे के बाद हमारे लिए भी यह अप्रत्याशित था, केवल कोहली ही बता सकते हैं कि उन्होंने कप्तानी क्यों छोड़ी। इस बारे में बात करने का कोई मतलब नहीं है क्योंकि कोहली ने कप्तानी छोड़ दी थी। चयनकर्ताओं को भारत का कप्तान नियुक्त करना था और रोहित उस समय सबसे अच्छा विकल्प थे।
क्या है दोनों के बीच पूरा विवाद- 2021 में कोहली को वनडे और टी20 की कप्तानी से हटाने के बाद बीसीसीआई की तरफ से तब अध्यक्ष रहे सौरव गांगुली ने एक मीडिया हाउस से बातचीत में कहा था कि कोहली से वनडे की कप्तानी लेने से पहले उनसे बात की गई थी और उनकी सहमति के बाद ही यह फैसला हुआ था। गांगुली ने कहा था कि बीसीसीआई ने विराट से कहा था कि वह टी-20 की कप्तानी नहीं छोड़ें, लेकिन विराट नहीं माने और इस्तीफा दे दिया। वहीं, चयनकर्ताओं को सीमित ओवर क्रिकेट में दो अलग-अलग कप्तान रखने का फैसला सही नहीं लगा। इसके बाद उन्होंने चेतन शर्मा के साथ मिलकर विराट से बात की और उन्हें पूरा विजन समझाया। इसके बाद ही रोहित को वनडे का कप्तान बनाया गया।
गांगुली के बयान को कोहली ने बताया था गलत- विराट ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में गांगुली की बातों को गलत करार देते हुए कहा था कि उन्हें बीसीसीआई के अधिकारियों ने उन्हें 90 मिनट पहले बताया था कि अब रोहित उनकी जगह वनडे टीम के कप्तान होंगे। इससे पहले बीसीसीआई ने उनसे कोई बातचीत नहीं की थी। कोहली ने कहा- जब मैंने टी-20 की कप्तानी छोड़ी थी, मैं सबसे पहले बीसीसीआई के पास गया था। उन्हें अपने फैसले को लेकर जानकारी दी थी। मैंने अपने विचार और परेशानियां रखी थीं। बोर्ड ने इसे स्वीकार किया और मेरी परेशानियों को समझा। उन्होंने मुझसे एक बार भी अपने फैसले को पुनर्विचार करने के लिए नहीं कहा। उल्लेखनीय है कि कोहली ने टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में भारत के सबसे सफल कप्तान के रूप में कप्तानी का कार्यकाल पूरा किया।

गांगुली ने किया खुलासा, बोले- हम इसके लिए नहीं थे तैयार Read More »

रोहित की टेस्ट कप्तानी पर संकट के बादल

विंडीज दौरे के बाद टीम इंडिया को मिल सकता है नया नेतृत्व…………..

भारत के कप्तान रोहित शर्मा विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में हार के बाद चयनकर्ताओं के निशाने पर हैं। रोहित शर्मा आगामी वेस्टइंडीज दौरे पर कप्तान के रूप में तो जाएंगे, लेकिन उनके ऊपर काफी दबाव होगा। विंडीज में दो टेस्ट के दौरान रोहित की बल्लेबाजी पर सबकी नजर रहेगी। अगर वह पोर्ट आॅफ स्पेन या डोमिनिका में बड़ी पारी खेलने में नाकाम रहते हैं तो टेस्ट टीम के कप्तान के पद से हटाए जा सकते हैं। रोहित वेस्टइंडीज में दो टेस्ट मैचों की सीरीज में भारतीय टीम का नेतृत्व करेंगे और फिर शायद बीसीसीआई के साथ बैठक करेंगे। उसी बैठक में टेस्ट क्रिकेट में अपने भविष्य के बारे में फैसला करेंगे। अगर भारतीय टीम के घटनाक्रम से वाकिफ लोगों की मानें, तो जब तक रोहित खुद वेस्टइंडीज के खिलाफ डोमिनिका में 12 जुलाई से शुरू होने वाली दो टेस्ट मैचों की सीरीज से दूर रहने का फैसला नहीं करते, तब तक वह टीम का नेतृत्व करेंगे।

रोहित शर्मा के फेल होने पर
चयन समिति पर बढ़ेगा दबाव
वेस्टइंडीज दौरे पर टीम इंडिया दो टेस्ट, तीन वनडे और पांच टी-20 मैचों की सीरीज खेलेगी। पहला टेस्ट डोमिनिका में 12 जुलाई और दूसरा टेस्ट पोर्ट आॅफ स्पेन में 20 जुलाई से खेला जाएगा। अगर रोहित दोनों टेस्ट में कम से कम एक बड़ी पारी खेलने में नाकाम रहते हैं तो बीसीसीआई के अधिकारियों और राष्ट्रीय चयन समिति पर कड़ा फैसला लेने का दबाव होगा।
आगामी डब्ल्यूटीसी चक्र में रोहित
कप्तानी से हट जाएंगे!
बीसीसीआई के एक वरिष्ठ सूत्र ने बताया कि ये निराधार बातें हैं कि रोहित को कप्तानी से हटा दिया जाएगा। हां, क्या वह पूरे दो साल के डब्ल्यूटीसी चक्र में कप्तान रहेंगे? यह एक बड़ा सवाल है क्योंकि 2025 में तीसरा संस्करण समाप्त होने पर वह लगभग 38 साल के रहेंगे। फिलहाल मेरा मानना है कि शिव सुंदर दास और उनके सहयोगियों को दो टेस्ट के बाद और उनकी बल्लेबाजी फॉर्म को देखते हुए फैसला करना होगा।
दिसंबर में मिल सकता है
नया टेस्ट कप्तान
दरअसल, बीसीसीआई अन्य खेल संगठनों से बहुत अलग तरीके से काम करता है। भारतीय बोर्ड में सत्ता में बैठे लोगों का मानना है कि जब आलोचना चरम पर पहुंच जाती है तो आप निर्णय नहीं लेते हैं। सूत्र ने आगे कहा वेस्टइंडीज के बाद हमारे पास दिसंबर के अंत तक कोई टेस्ट नहीं है। दिसंबर में टीम दक्षिण अफ्रीका जाएगी। ऐसे में चयनकर्ताओं के पास विचार-विमर्श करने और निर्णय लेने के लिए पर्याप्त समय है। तब तक पांचवां चयनकर्ता (नया अध्यक्ष) भी पैनल में शामिल हो जाएगा और फैसला लिया जा सकता है।
कप्तान के रूप में केएल राहुल
नहीं कर पाए थे प्रभावित
विराट कोहली ने जब दक्षिण अफ्रीका में सीरीज हार के बाद टेस्ट कप्तानी छोड़ थी तो रोहित शुरू में इस जिम्मेदारी को उठाने के लिए उत्सुक नहीं थे। उन्हें नहीं पता था कि उनका शरीर साथ देगा या नहीं। सूत्र ने कहा उस समय के दो शीर्ष लोगों (पूर्व अध्यक्ष सौरव गांगुली और सचिव जय शाह) को केएल राहुल के दक्षिण अफ्रीका में कप्तान के रूप में प्रभावित नहीं कर पाए थे। राहुल के विफल रहने के बाद रोहित को यह भूमिका निभाने के लिए राजी करना पड़ा।
रोहित ने अपनी कप्तानी में
सिर्फ एक अच्छी पारी खेली
नागपुर के चुनौतीपूर्ण ट्रैक पर आॅस्ट्रेलिया के खिलाफ 120 रनों के शानदार स्कोर को छोड़कर रोहित ने उस तरह के रन नहीं बनाए हैं, जैसी उनसे उम्मीद की जाती है। रोहित ने 2022 में टेस्ट कप्तानी संभाली थी। उनके कप्तान बनने के बाद भारत ने 10 टेस्ट खेले। इस दौरान रोहित अलग-अलग कारणों से तीन मैच नहीं खेल पाए।

रोहित की टेस्ट कप्तानी पर संकट के बादल Read More »

धोनी के बाद से भारत का ट्रॉफी कैबिनेट खाली

विराट की कप्तानी में
दो फाइनल हारे
बतौर कप्तान मैच जीतने के लिहाज से कोहली का रिकॉर्ड शानदार रहा है, लेकिन वे टीम को बड़े टूर्नामेंट में कामयाब नहीं बना पाए। विराट ने 213 इंटरनेशनल मैचों में भारत की कप्तानी की और 135 में टीम जीती। सिर्फ 60 में हार का सामना करना पड़ा। 3 मैच टाई, 11 ड्रॉ और 4 नो रिजल्ट रहे। जीत और हार का औसत 2.250 रहा। यानी उनकी कप्तानी में भारत ने जितने मैच गंवाए उसके दोगुने से भी ज्यादा जीते। हालांकि, कोई आईसीसी टूर्नामेंट का खिताब जीतना कप्तान विराट के लिए सपना ही रह गया। हां, जूनियर लेवल पर उन्होंने अंडर-19 वर्ल्ड कप जरूर जीता है।

रविवार को आॅस्ट्रेलिया ने भारत को हराकर वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप की ट्रॉफी पर कब्जा जमा लिया। आॅस्ट्रेलिया के खिलाफ एकतरफा अंदाज में हारने के बाद भारतीय टीम और इसकी लीडरशिप पर उठ रहे सवाल और भी मजबूत हो गए हैं। विराट कोहली और रोहित शर्मा पिछले एक दशक से ज्यादा समय से भारतीय क्रिकेट के दो सबसे बड़े स्टार हैं। साल 2016 के बाद हुए 6 आईसीसी टूर्नामेंट में भारत ने इनकी कप्तानी में शिकरत की है, लेकिन कामयाबी किसी में भी नहीं मिली। इन दोनों से पहले टीम के लीडर महेंद्र सिंह धोनी थे। उनकी अगुआई में भारत ने 3 आईसीसी ट्रॉफी जीतीं। आखिरी खिताबी जीत 2013 में चैंपियंस ट्रॉफी के रूप में आई थी। इसके बाद से ही भारत का ट्रॉफी कैबिनेट खाली है। धोनी के जाने के बाद भारतीय फैंस ने उम्मीद जताई थी कि विराट कोहली के आने से ट्रॉफी का सूखा खत्म होगा।

रोहित शर्मा की कप्तानी में भारत ने 2018 का एशिया कप जीता। तब टीम के रेगुलर कैप्टन विराट ही थे, लेकिन उन्होंने टूर्नामेंट से ब्रेक लिया था। इस जीत के बाद से ही रोहित को भारत के अगले रेगुलर कप्तान के रूप से देखा गया। रोहित शर्मा का आईपीएल में ट्रैक रिकॉर्ड शानदार रहा। आईपीएल में विराट के मुकाबले रोहित बहुत आगे निकल चुके थे। रोहित मुंबई इंडियंस को 5 खिताब जिता चुके थे। एशिया कप जीतने के बाद से फैंस रोहित शर्मा से आईसीसी टूर्नामेंट की भी आस लगा रहे थे। 2021 में विराट कोहली के कप्तानी छोड़ते ही रोहित को कप्तान बनाया गया। रोहित के कप्तान बनते ही टीम इंडिया के फैंस ने आईसीसी ट्रॉफी की उम्मीद जताना शुरू कर दी थी, लेकिन रोहित की कप्तानी में भी भारत खाली हाथ ही रहा। टी-20 वर्ल्ड कप 2021 में विराट की कप्तानी में बाहर होने के बाद वर्ल्ड कप 2022 में रोहित की कप्तानी में भी रिजल्ट नहीं बदला। टीम सेमीफाइनल में इंग्लैंड के खिलाफ 10 विकेट से हार गई। इसके बाद वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल में भी आॅस्ट्रेलिया ने भारत को एकतरफा मुकाबले में आसानी से हरा दिया। कप्तानी, बैटिंग आर्डर, बॉलिंग लाइन-अप से लेकर टीम सिलेक्शन तक सब कुछ फ्लॉप रहा।

धोनी के बाद से भारत का ट्रॉफी कैबिनेट खाली Read More »

IND vs AUS Oval Weather: फाइनल का मजा खराब कर सकती है बारिश, जानें चौथे दिन कैसा रहेगा लंदन का मौसम

London Weather Forecast, India vs Australia WTC Final 2023: बारिश की वजह से आईपीएल 2023 का फाइनल प्रभावित हुआ था। अब टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में भी बारिश खेल खराब कर सकती है।

विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (2021-23) का फाइनल मैच भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच इंग्लैंड के ओवल में खेला जा रहा है। इस मैच में तीन दिन का खेल हो चुका है। ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में बड़ा स्कोर बनाने के बाद भारत को ज्यादा बड़ा स्कोर नहीं बनाने दिया और पहली पारी में बढ़त ली। हालांकि, भारतीय गेंदबाजों ने दूसरी पारी में ऑस्ट्रेलिया के चार विकेट लेकर मैच में भारत की वापसी कराई है। मैच के लिहाज से चौथा दिन बेहद अहम होने वाला है और आज के दिन अच्छा खेल दिखाने वाली टीम मैच जीतने की स्थिति में पहुंच जाएगी। हालांकि, बारिश चौथे दिन फाइनल मैच का मजा खराब कर सकती है। 

आईपीएल 2023 के फाइनल में भी बारिश बड़ी परेशानी बनी थी। अहमदाबाद में फाइनल मैच तय दिन पर नहीं खेला जा सका था। रिजर्व डे पर भी बारिश की वजह से सिर्फ 35 ओवर का खेल हुआ था। बारिश की वजह से आईपीएल 2023 का विजेता रविवार की बजाए मंगलवार को मिला था। अब यही बारिश टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल का मजा भी खराब कर सकती है। 

2021 में भी हुई थी बारिश
साल 2021 में विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के पहले फाइनल मैच में भी बारिश हुई थी। बारिश की वजह से लगभग तीन दिन का खेल धुल गया था और मैच रिजर्व डे तक गया था। अंत में न्यूजीलैंड ने भारत को हराया था। इस बार भी फाइनल मैच में टीम इंडिया पिछड़ रही है। फिर से बारिश होने पर इतिहास दोहरा सकता है और टीम इंडिया को लगातार दूसरी बार टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में हार का सामना करना पड़ सकता है। 

लंदन में कैसा रहेगा मौसम?
लंदन के केनिंगटन ओवल मैदान में मैच के चौथे और पांचवें दिन बारिश होने की संभावना है। दोनों दिन दोपहर के समय बारिश के साथ तेज हवाएं चल सकती हैं। इंग्लैंड के मौसम विभाग ने कहा “सुबह बादल धीरे-धीरे साफ हो रहे हैं, फिर खूब धूप खिली है। तेजी से गर्म और उमस बढ़ रही है, जिसकी वजह से दोपहर तक गरज के साथ बारिश हो सकती है।” हालांकि, इस मैच के लिए भी रिजर्व डे रखा गया है। ऐसे में बारिश होने पर भी मैच का नतीजा आने की संभावना बहुत ज्यादा है।

लंदन में सुबह सात बजे से लेकर दोपहर एक बजे तक बारिश की संभावना पांच फीसदी तक है, लेकिन दोपहर तीन बजे से बारिश की संभावना 10 फीसदी तक है। ऐसे में बारिश की वजह से तीसरे सत्र का खेल प्रभावित हो सकता है। इस मैच में तीन दिन का खेल होने के बाद ऑस्ट्रेलिया के पास 296 रन की बढ़त है और दूसरी पारी में उसके छह विकेट बचे हैं। अब ऑस्ट्रेलिया की कोशिश अपनी बढ़त 400 रन के करीब पहुंचाने की होगी। वहीं, भारत की कोशिश छोटे से छोटे स्कोर पर ऑस्ट्रेलिया को समेटने की होगी।

IND vs AUS Oval Weather: फाइनल का मजा खराब कर सकती है बारिश, जानें चौथे दिन कैसा रहेगा लंदन का मौसम Read More »

टीम पर डब्ल्यूटीसी फाइनल का दबाव नहीं

नई दिल्ली, एजेंसी
भारतीय टीम ने भले ही पिछले 10 वर्षों में आईसीसी कि कोई ट्रॉफी नहीं जीती हो, लेकिन मुख्य कोच राहुल द्रविड़ ने सोमवार को कहा कि आॅस्ट्रेलिया के खिलाफ होने वाले विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फाइनल से पहले उनकी टीम पर इसको लेकर किसी तरह का दबाव नहीं है। उन्होंने कहा कि ट्रॉफी जीतना अच्छा होगा जिसके लिए टीम पिछले दो वर्षों से कड़ी मेहनत कर रही है।
भारत 2021 में डब्ल्यूटीसी फाइनल में न्यूजीलैंड से हार गया था, जबकि आईसीसी के अन्य टूर्नामेंट्स में वह नॉकआउट चरण में हारता रहा है। टीम इंडिया ने पिछली बार 2013 में चैंपियंस ट्रॉफी के रूप में कोई आईसीसी ट्रॉफी जीती थी।
हमारे पास कई सकारात्मक पहलू हैं : द्रविड़
द्रविड़ ने कहा- हम पर किसी तरह का दबाव नहीं है। मेरे कहने का मतलब है कि आईसीसी ट्रॉफी जीतने को लेकर हम किसी तरह का दबाव महसूस नहीं कर रहे हैं। निश्चित तौर पर ट्रॉफी जीतना अच्छा होगा। आईसीसी टूर्नामेंट जीतने में सक्षम होना निश्चित तौर पर अच्छा होगा, क्योंकि इसके लिए हमने दो साल कड़ी मेहनत की है।
उन्होंने कहा- कई सफलताएं हासिल करने के बाद ही आप यहां तक पहुंचते हैं। इसलिए हमारे पास कई सकारात्मक पहलू हैं। आॅस्ट्रेलिया से सीरीज जीतना, यहां (इंग्लैंड के खिलाफ) सीरीज ड्रॉ कराना, हर जगह हर टीम को कड़ी टक्कर देने की क्षमता इस टीम के पास है। यह चीजें केवल इसलिए नहीं बदल जाएंगी कि आपने आईसीसी ट्रॉफी नहीं जीती है। यह वास्तव में एक बड़ा मौका है।
हमारे पास अनुभवी खिलाड़ी हैं
मिडिल आॅर्डर के बैटर अजिंक्य रहाणे 18 महीने में अपना पहला टेस्ट मैच खेलने के लिए तैयार हैं और असफल होने पर उनका कॅरियर भी समाप्त हो सकता है। द्रविड़ ने इस अनुभवी बल्लेबाज को भी सलाह दी। उन्होंने कहा- यह अच्छा है कि रहाणे टीम के साथ हैं। कुछ खिलाड़ियों के चोटिल होने के कारण उन्हें टीम में वापसी करने का मौका मिला। यह अच्छा है कि हमारे पास उनके जैसा स्किल वाला और अनुभवी खिलाड़ी है।
द्रविड़ ने कहा- रहाणे के आने से टीम में अनुभव का इजाफा हुआ है। वह विदेशों में अच्छा प्रदर्शन करते रहे हैं और यहां तक कि इंग्लैंड में भी उन्होंने कुछ शानदार पारियां खेली हैं। उनकी अगुआई में टीम ने कुछ अच्छी सफलताएं हासिल की हैं। मैं नहीं चाहता कि वह इसे एकमात्र अवसर के रूप में देखें। चेतेश्वर पुजारा ने हाल में काउंटी क्रिकेट में ढेरों रन बनाए और द्रविड़ ने कहा कि उनकी सलाह से टीम को काफी मदद मिल सकती है।
भारतीय टीम के हेड कोच ने कहा- हमारी पुजारा के साथ कप्तानी और निश्चित तौर पर बल्लेबाजी को लेकर बात हुई। उन्होंने ससेक्स की कप्तानी भी की और इसलिए उन्हें काउंटी में खेलने वाले गेंदबाजों की रणनीति की अच्छी समझ है। इसलिए हमने उनके साथ इस बारे में बातचीत की और देखते हैं कि उनकी सलाह पर हम कैसे अमल कर पाते हैं।

टीम पर डब्ल्यूटीसी फाइनल का दबाव नहीं Read More »

Scroll to Top
Verified by MonsterInsights