शनि जयंती आज शहर में धूमधाम और उत्साह के साथ मनाई गई। गजकेसरी योग, शश योग और शोभन नामक महायोग में शनि जन्मोत्सव मनाया गया। शहर के शनि मंदिरों में भक्तों की भीड़ अलसुबह से ही उमड़ पड़ी। देर रात तक हवन-पूजन के आयोजन के साथ ही भक्तों ने दर्शन-पूजन किए। भंडारे और भजन संध्याओं का भी देर रात तक आयोजन हुआ। प्राचीन शनि मंदिर जूनी इंदौर में विभिन्न प्रकार के धार्मिक अनुष्ठानों का आयोजन सुबह से ही किया जा रहा है। शुक्रवार सुबह 5 बजे से रुद्राभिषेक-महायज्ञ किया गया। इस मौके पर ऋषिकेश से भेजी गई दुर्लभ जड़ी-बूटियों से भगवान का लेपन किया गया। इसके बाद पंचामृत, आम रस, गन्ने के रस से भगवान का अभिषेक किया गया। शुद्ध स्वर्ण वर्क से विशेष स्वर्ण शृंगार किया गया। सवा पांच किलो चांदी की पेशवाई पगड़ी धारण कराकर भगवान की विशेष आरती की गई। दोपहर 12 बजे जन्म आरती के बाद प्रसाद वितरण किया गया।
56 भोग एवं महाआरती
का आयोजन
जिंसी चौराहा स्थित प्राचीन मंशापूर्ण शनि मंदिर पर तीन दिनी शनि जयंती महोत्सव का शुभारंभ गुरुवार से हुआ। यंग इंडिया क्लब के अध्यक्ष श्याम अग्रवाल, सतीश सेन और विनोद वोहरा ने बताया आज सुबह 8 से 10 बजे तक पूजा-अर्चना, 12 से 4 बजे तक शृंगार एवं वट पूजा, शाम 4 से 6 बजे तक यज्ञ एवं हवन, शाम 6.30 बजे छप्पन भोग दर्शन एवं शाम 7.30 बजे महाआरती की जाएगी। सुबह से ही भक्तों की मंदिर में भीड़ रही।
पंचकुंडीय शनि शांति
यज्ञ अनुष्ठान
उषानगर एक्सटेंशन स्थित गजासीन शनि मंदिर पर विशेष आयोजन हुए। महामंडलेश्वर दादू महाराज ने बताया, प्रात: वैदिक मंत्र उच्चारण के साथ विभिन्न नदियों के जल व तेल-तिल के साथ प्रभु का अभिषेक किया गया। पंचकुंडीय शनि शांति यज्ञ अनुष्ठान प्रात: 7 बजे प्रारंभ हुआ। रात 8.30 बजे ब्रजमोहन चौकसे द्वारा भजनों की प्रस्तुति दी जाएगी। आज से तीन दिवसीय संगीतमय शनि कथा का आयोजन शुरू हो गया।