कर्नाटक में साफ हो गया है कि सिद्धारमैया कर्नाटक के अगले मुख्यमंत्री होंगे। सीएम की कुर्सी के लिए दावेदारी ठोक रहे डीके शिवकुमार उनके डेप्युटी बनने के लिए राजी हो गए हैं। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के हस्तक्षेप पर सरकार बनाने को लेकर आम सहमति बनी है। 20 मई को बेंगलुरु में शपथ ग्रहण समारोह होगा। कांग्रेस विधायक दल की बैठक आज शाम 7 बजे बेंगलुरु में बुलाई गई है। केंद्रीय पर्यवेक्षकों को बेंगलुरु पहुंचने को कहा गया है।
सिद्धा और शिवकुमार में क्या डील हुई- डीके और सिद्धा, दोनों ही अपने-अपने दावे पर अड़े थे। डीके के बारे में कहा जा रहा था कि उन्होंने दो-टूक कह दिया है कि वह मुख्यमंत्री बनेंगे या फिर पार्टी में सामान्य विधायक की तरह काम करेंगे। पहले उन्होंने डेप्युटी सीएम का आॅफर भी ठुकरा दिया था। इसके बाद खबर आई कि पार्टी की ओर से शिवकुमार को डेप्युटी सीएम के साथ-साथ प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी और तीन-चार महत्वपूर्ण मंत्रालयों की पेशकश की गई। ध्यान रहे, इस दौरान सिद्धारमैया भी कांग्रेस लीडरशिप से मिलकर अपनी बात रख रहे थे।
दरअसल, सिद्धारमैया की उम्र 75 साल है और आखिर में उन्होंने यही दलील हाईकमान के सामने रखी। सिद्धा ने पहले अपने लिए सीएम पोस्ट मांगी। समझा जा रहा है कि अपने लिए आगे खुला मैदान देखते हुए डीके ने डेप्युटी सीएम पोस्ट के लिए हामी भरी है। 2013 में पहली बार सिद्धारमैया ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। यह उनका दूसरा कार्यकाल होगा। उनके बाद कर्नाटक के सबसे बड़े नेता के तौर पर डीके ही आगे होंगे। उन्हें पार्टी प्रदेश अध्यक्ष बनाए रख सकती है और छह महत्वपूर्ण मंत्रालयों की भी जिम्मेदारी दी जा सकती है। कांग्रेस को इस बात का डर लगातार बना हुआ था कि डीके के असंतुष्ट होने से ‘पायलट या सिंधिया पार्ट-2’ देखने को मिल सकता है। ऐसे में चार दिनों तक मंथन चलता रहा।