इंदौर के सभी 85 वार्डों का मास्टर प्लान बनाने के काम की शुरुआत नगर निगम ने कर दी। सबसे पहले वार्ड 82 का मास्टर प्लान बनेगा। इसमें न सिर्फ वार्ड की वर्तमान स्थिति की जानकारी होगी, बल्कि भविष्य में यहां किस तरह से और किस प्रकार के काम होंगे, इसकी भी जानकारी होगी।
शहर को डिजिटल सिटी बनाने की घोषणा महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने नगर निगम बजट पेश करने के दौरान की है। डिजिटल सिटी में वार्डों के मास्टर प्लान एक महत्वपूर्ण अंग है। इसके तहत डिजिटल इंदौर की ऐप पर वार्डों की सारी जानकारी उपलब्ध होगी। किस तरह से वार्डों का डिजिटल मास्टर प्लान बनाया जाएगा, इस पर काम शुरू हो चुका है। गुरुवार को महापौर ने शहर के प्रमुख आर्किटेक्ट शरद शर्मा, दीप्ति व्यास, अनंत मुकाती, श्रुति पुरोहित व निगम अधिकारियों के साथ बैठक की। इसमें वार्ड 82 का एक बेस मॉडल भी रखा गया। इस मॉडल में वार्ड की वर्तमान आबादी, मौजूद कॉलोनियों, कहां-कहां सीवरेज लाइन है, स्टॉर्म वाटर लाइन, पानी की लाइन, कनेक्टेड वार्ड में क्या लाइन है, उद्यानों की जानकारी आदि की भी जानकारी मौजूद थी। तय किया गया कि इसकी डिजिटल मैपिंग करने के साथ ही वार्ड में जो वर्तमान में व्यवस्थाएं हैं, उनको और यहां खाली स्थानों का किस तरह उपयोग हो सकता है, उसकी प्लानिंग भी की जाए। उसे लगातार अपडेट करने की भी व्यवस्था की जाए, ताकि वर्तमान स्थिति के साथ ही भविष्य की प्लानिंग भी हो सके। इसी तरह से सभी 85 वार्डों के मास्टर प्लान भी तैयार होंगे।