
हिन्दुस्तान मेल, इंदौर
देवगराड़िया मंदिर के सामने की ओर बनी मानसरोवर कॉलोनी में गुरुवार शाम तेंदुआ नजर आया। तेंदुए के अंदर आते ही भगदड़ मच गई। लोग सड़कों पर भागने लगे। देर तक तेंदुआ मानसरोवर कॉलोनी की सड़कों पर दौड़ता रहा। कभी किसी मकान की छत पर तो कभी किसी मकान के सीढ़ियों पर। अंतत: एक निर्माणाधीन भवन से वन विभाग की टीम ने तेंदुए का रेस्क्यू किया और उसे चिड़ियाघर पहुंचाया।
रालामंडल और देवगुराड़िया वाला शहीद पर्वत करीब-करीब एक-दूसरे से लगे हुए हैं। अब तक रालामंडल क्षेत्र की कॉलोनियों में तेंदुए की दस्तक कई बार देखी गई। यह पहला मौका है, जब देवगुराड़िया से बिचौलीमर्दाना वाली रोड पर बसी मानसरोवर कॉलोनी तक तेंदुआ पहुंच गया, जबकि ये इलाका सघन बसा हुआ है। तेंदुए को देखते ही कॉलोनी में भगदड़ मच गई। चिल्ला-पुकार मची। सूचना मिलते ही सबसे पहले पुलिस मौके पर पहुंची। लोगों को घरों से बाहर न निकलने की हिदायत दी गई। कुछ देर बाद वन विभाग का अमला भी मौके पर पहुंच गया। सूचना मिली कि एक निर्माणाधीन भवन में तेंदुआ छिपा हुआ है। इस पर वन विभाग की टीम ने भवन के सामने जाल बिछाया, जिसमें तेंदुआ फंस गया। रेस्क्यू किए जाने के बाद वन विभाग ने तेंदुए को चिड़ियाघर भेज दिया।
बड़ी कॉलोनी है मानसरोवर
देवगुराड़िया और बिचौलीमर्दाना के बीच रोड के दोनों ओर करीब दो दर्जन टाउनशिप है, इनमें श्रीविनायक और मानसरोवर बड़ी टाउनशिप है। इन कॉलोनियों में बड़ी तादाद में मकान बने हुए हैं और हजारों की तादाद में लोग रहते भी हैं। ऐसे में तेंदुए का कॉलोनी में घुसना चिंताजनक है।