
हिन्दुस्तान मेल, इंदौर मध्य प्रदेश के सबसे बड़े ब्लैक स्पॉट गणपति घाट का बाईपास तैयार हो रहा है। अगले माह तक यह ट्रैफिक के लिए खोल दिला जाएगा। आठ किलोमीटर लंबे बाइपास से होकर वाहन इंदौर से सेंधवा की तरफ जा सकेंगे। फिलहाल जिस मार्ग से वाहन गुजरते है, वहां ढलान ज्यादा होने से भारी वाहनों के ब्रेक फेल हो जाते थे और वे दूसरे वाहनों को अपनी चपेट में ले लेत थे।
बीते दस सालों में गणपति घाट पर गलत ढलान के कारण 300 से ज्यादा मौतें हो चुकी है। ज्यादातर हादसों में वाहनों में आग लग जाती है और उसमें सवार लोग बचकर निकल भी नहीं पाते थे। मुबंई आगरा राजमार्ग पर यह घाट मानपुर से आगे आता है। फोरलेन मार्ग का निर्माण वर्ष 2009 में किया गया था।
तब यहां पहाड़ों को काट कर रास्ता बनाया गया। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अफसरों ने बताया कि 20 दिसंबर तक बाइपास पर ट्रैफिक शुरू करने की तैयारी है। नए बाइपास को बनाने में दो साल का समय लगा।
घर्षण के कारण लग
जाती है आग
इस घाट पर ज्यादातर वे भारी वाहन हादसों का शिकार हुए है, जो काफी पुराने होते है। ज्यादातर फर्शी, लोहे के रोल ले जाने वाले हादसे का शिकार होते है,क्योकि ढलान पर उनका लोड आगे की तरफ आ जाता है और स्पीड कंट्रोल करने के लिए जब ड्रायवर ब्रेक लगाते है तो ब्रेक फेल हो जाते है।भारी वाहन आगे चल रहे वाहनों को अपनी चपेट में ले लेते है। टक्कर के बाद भी वाहन नहीं रुकता और घर्षण के कारण उसमें आग लग जाती है।
150 करोड़ में बन
रहा नया घाट
हादसे वाले घाट पर अगले माह से भारी वाहनों की आवाजाही बंद हो जाएगी। नया बाइपास ढाल गांव से नीमगढ़ तक बन रहा है। इसके निर्माण पर डेढ़ सौ करोड़ रुपये की लागत आई है। चार साल पहले इसका प्रोेजेक्ट तैयार हुआ था, लेकिन वन भूमि मिलने व निजी भूमि के अधिगृहण में देरी होने से निर्माण समय पर शुरू नहीं हो सका। नए बाइपास के समीप छोटे जलस्त्रोत भी रखे गए है,ताकि हरियाली बनी रहे।
चार माह पहले जले थे एक साथ छह वाहन
गणपति घाट पर अगस्त माह में एक कंटेनर के ब्रेक फेल हो गए थे। कंटेनर ने आगे चल रहे ट्रक को जोरदार टक्कर मार दी। ट्रक दूसरी लेन में चल रही कारों से टकरा गया। इस दौरान उसमे आग भी लग गई। इस हादसे में छह वाहन आपस में टकरा गए थे और उनमे आग भी लग गई थी। कई लोग तो वाहन से कूद कर अपनी जान बचाकर भागे थे, लेकिन छह लोग घायल हो गऐ। चार साल पहले इंदौर से कार में महाराष्ट्र जा रहा एक परिवार हादसे का शिकार हो गया था।