
कुमेडी में इंटर स्टेट बस टर्मिनल (आईएसबीटी) का निर्माण कार्य अंतिम चरण में पहुंच गया है। भवन का काम लगभग 95 फीसदी हो चुका है। बसों को पार्क करने के लिए 3 करोड़ रुपए खर्च कर 40 हजार वर्गफीट का शेड तैयार करने का काम दिन जारी है। आईएसबीटी को नए साल के पहले शुरू करने का लक्ष्य रखा गया है।
एमआर-10 ब्रिज के पास ग्राम कुमेडी में इंदौर विकास प्राधिकरण द्वारा बनाए जा रहे अंतर प्रांतीय बस टर्मिनल का निर्माण फाइनल स्टेप पर है। बिल्डिंग का निर्माण कार्य लगभग पूरा हो गया है। भवन सहित अन्य स्थानों पर फिनिशिंग का काम भी अंतिम चरण में है। 100 करोड़ से ज्यादा की लागत से बन रहे इस बस टर्मिनल में यात्री सहित अन्य सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा जा रहा है। आईएसबीटी में बसों के खड़े करने के लिए शेड बनाने का काम युद्ध स्तर पर जारी है। इसके निर्माण पर 3 करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे है। इस बस अड्डे में 40 हजार वर्गफीट क्षेत्र में शेड लगाए जाएंगे। इसमें से 20 हजार वर्ग फुट क्षेत्र में शेड लगाने के लिए फ्रेम लगाने का काम हो गया है। गौरतलब है कि इस बस टर्मिनल से 1500 बसों का संचालन किया जाएगा। बस टर्मिनल को दिसम्बर यानी नए साल के पहले शुरू करने का टॉरगेट रखा गया है। स्थिति यह है कि एक दिन में तीन शिफ्ट में काम किया जा रहा है। दरअसल में आईडीए का पूरा फोकस आईएसबीटी के काम को आकार देने में लगा हुआ है। आईडीए के सीईओ आरपी अहिरवार ने मंगलवार को अफसरों के साथ मौका मुआयना किया और बचे हुए कार्य को जल्द पूरा करने के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान वरिष्ट अभियंता अनिल जोशी और दिनेश गोयल सहित अन्य सम्बंधित मौजूद थे।