दुबई या यूं कहो कि वअए में जो सदाबहार कारोबार हैें, उनमें से टायर का कारोबार सबसे महत्वपूर्ण है… वैसे शारजाह इस कारोबार का बड़ा हब है…आपको जानकर शायद हैरानी होगी कि वअए में प्रतिवर्ष कार के 20 लाख टायर और ट्रक के 4 लाख टायर आयात किए जाते हैं…यूएई का टायर कारोबार 290 बिलियन डॉलर का है… इसके अलावा पुराने टायर की खरीदी-बिक्री और रिसाइकिल का कारोबार अलग है… जहां नए टायर इंपोर्ट किए जाते हैं, वहीं वअए से बड़ी मात्रा में पुराने स्क्रैप टायर एक्सपोर्ट भी किए जाते हैं…अगर कोई कड़ी मेहनत से न घबराए तो यहां पुराने टायर का कारोबार मात्र 10 लाख रुपए से भी शुरू किया जा सकता है…यूएई में टायर के बड़े कारोबार के पीछे यहां के कड़े नियम भी हैं…जैसे कोई भी टायर मेन्यूफेक्चरिंग डेट से दो साल के अंदर शोरूम से बिक जाना चाहिए, वर्ना फिर उसे शोरूम से नहीं बेचा जा सकता..उसके अलावा गाड़ी में डालने के बाद टायर खराब हो या न हो…पांच साल में टायर बदलना जरूरी है.. अगर आपकी गाड़ी में टायर नियमानुसार नहीं है तो आप पर 500 दिरहम (लगभग 12 हजार भारतीय रुपए) का जुर्माना लगाया जा सकता है…गाड़ी में स्टेपनी और जैक रखना भी जरूरी है…अगर आपकी गाड़ी कभी रास्ते में पंक्चर हो जाए और आपकी गाड़ी में स्टेपनी और जैक न हों तो उस सूरत में भी आप पर 500 दिरहम का जुर्माना लग सकता है।