अमेरिका के बर्कले यूनिवर्सिटी में महज 25 साल की उम्र में एक नौजवान असिस्टेंट प्रोफेसर बना। इसका कद स्कोर 167 था, जो मशहूर साइंटिस्ट अल्बर्ट आइंस्टीन से भी 7 पॉइंट ज्यादा था। एक रोज अचानक ये प्रोफेसर अपनी नौकरी छोड़कर गायब हो गया।
अगले 17 साल तक ये शख्स अमेरिका के अलग-अलग हिस्सों में छोटे-बड़े धमाके करता है। अमेरिकी सुरक्षा एजेंसी ऋइक को इसे पकड़ने के लिए सबसे खर्चीला आॅपरेशन चलाना पड़ा। 20 साल की मशक्कत के बाद ये प्रोफेसर जंगल में एक झोपड़ी से पकड़ा गया और तब से जेल में सजा काट रहा था।
शनिवार यानी 10 जून को नॉर्थ कैरोलिना की जेल में 81 साल के इस शख्स की मौत हो गई।
अमेरिका के शिकागो शहर में थियोडोर रिचर्ड कजिंस्की नाम के एक बिजनेसमैन थे। 22 मई 1942 को उनकी पत्नी वांडा कजिंस्की ने एक बच्चे को जन्म दिया। इस बच्चे का नाम रखा गया- टेड कजिंस्की।
टेड ने हाई स्कूल तक की पढ़ाई शिकागो से की। वह बचपन से ही लोगों से कम बातचीत करता था और खुद में ही मस्त रहता था। एक बार टेड से पिता ने पूछा कि इतने दिनों बाद तुमसे मिलने तुम्हारी चाची आई है। तुम अपनी चाची से बातचीत क्यों नहीं करते हो? इस पर टेड ने जवाब दिया- चाची मेरी बातों को और मुझे समझ ही नहीं पाएंगी तो मैं उनसे क्या बात करूं।
महज 16 साल की उम्र में टेड कजिंस्की को हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से स्कॉलरशिप मिल गई। यहां से बैचलर करने के बाद टेड ने आगे की पढ़ाई मिशिगन यूनिवर्सिटी से पूरी की। ऐसा कहा जाता है कि टेड से पीएचडी की परीक्षा में जो सवाल पूछे गए थे, वो उसके लिए बेहद आसान थे।
उसने ऐसा रिसर्च पेपर लिखा कि उसके कई प्रोफेसर भी नहीं समझ पाए। पूरे अमेरिका में उसके रिसर्च को समझने वाले सिर्फ 10 से 12 लोग ही थे। टेड कजिंस्की ने 1969 में कैलिफोर्निया के बर्कले यूनिवर्सिटी में असिस्टेंट प्रोफेसर के तौर पर नौकरी शुरू की। तब उसकी उम्र महज 25 साल थी। कुछ समय तक नौकरी करने के बाद एक रोज अचानक टेड ने इस्तीफा दे दिया। 1971 में नौकरी छोड़ने के बाद टेड कजिंस्की, लिंकन शहर के एक जंगल में झोपड़ी बनाकर रहने लगा। उसके इस फैसले से न सिर्फ उसका परिवार, बल्कि हर कोई दंग रह गया। टेड ने ऐसा फैसला क्यों लिया, ये किसी को पता नहीं था। अमेरिका की टॉप यूनिवर्सिटी में पढ़ाने वाला प्रोफेसर अब अच्छी सैलरी वाली नौकरी छोड़कर ऐसे जंगल में रह रहा था, जहां बिजली-पानी कुछ भी नहीं था।