राजवाड़ा पर बनने वाले देवी अहिल्यालोक के प्रस्ताव को होल्ड पर रख दिया गया है। नगर निगम एमआईसी की बैठक में इस प्रस्ताव पर कोई निर्णय नहीं हो पाया। कांग्रेस,व्यापारी और सामाजिक संस्थाओं ने इसका विरोध किया था। अब प्लांट को समझने और जनप्रतिनिधियों से चर्चा के बाद ही निर्णय लिया जाएगा। इस मामले को हिंदुस्तान मेल ने भी प्रमुखता से उठाया था।इधर एमआईसी की बैठक में शहर हित में महत्वपूर्ण फेसले लिए गए। सबसे बड़ा फैसलाइ ंदौर शहर में में 5 नए फुट ओवर ब्रिज बनाने का लिया गया।
एमआईसी परिषद की शुक्रवार को महत्वपूर्ण बैठक आयोजित हुई। महापौर पुष्यमित्र भार्गव की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में 40 से अधिक प्रस्तावों पर चर्चा की गई और अधिकांश पर फैसले लिए गए। बैठक में रखे गए अहिल्यालोक के प्रस्ताव पर सब की नजर लगी हुई थीं। नगर निगम द्वारा स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत राजवाड़ा पर बनाए जाने वाले अहिल्या लोक के प्रस्ताव पर कोई फैसला नहीं हो पाया। चर्चा के बाद प्रस्ताव को होल्ड पर रख दिया गया है । शहर के जनप्रतिनिधियों, सामाजिक संस्थाओं और वरिष्ठजनों से चर्चा के बाद ही मामले में अब निर्णय लिया जाएगा। गौरतलब है कि राजवाड़ा पर प्रस्तावित देवी अहिल्यालोक को लेकर इलाके के व्यापारी,सामाजिक संस्थाएं और कांग्रेस ने विरोध जताया था। विरोध के साथ यह सवाल भी उठाए गए थे कि जब पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन के निवेदन पर सरकार ने पुराने आरटीओ के पास जमीन दे दी है। फिर राजवाड़ा पर अहिल्यालोक बनाने का क्या औचित्य है। मामले को हिंदुस्तान मेल ने भी प्रमुखता से उठाया था।
महापौर भार्गव बोले : महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने हिंदुस्तान मेल को बताया कि जनप्रतिनिधियों, सामाजिक संस्थाओं व अन्य सभी से राय लेकर ही अहिल्यालोक के बारे में निर्णय लिया जाएगा। महापौर के अनुसार एमआईसी की बैठक में 6 नए फुट ब्रिज बनाने सहित शहर हित में अहम निर्णय लिए गए।
कांग्रेस विरोध के बाद प्रस्ताव होल्ड पर: चौकसे : नगर निगम के नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे ने हिंदुस्तान मेल को बताया कि राजवाड़ा पर अहिल्यालोक बनने से यातायात सहित अन्य समस्या खड़ी हो जाती। चौकसे ने कहा कि कांग्रेस हमेशा गलत काम का विरोध करते आई है।