इंदौर। शहर में सड़कों पर बढ़ते वाहनों के दबाव और दुर्घटनाओं को रोकने के लिए जिला प्रशासन व यातायात विभाग द्वारा प्रॉपर लिफ्टर और दुर्घटना से ग्रसित ऐसे 14 ब्लैक स्पॉट घोषित किए गए हैं, जिन्हें तमाम विभागों के सहयोग से इन चौराहों को विकसित किया जा रहा है, ताकि होने वाली दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाया जा सके। दरअसल शहर में सबसे बड़ी समस्या जाम बनकर उभरती है। शहर के व्यस्ततम मार्गों पर घंटों का जाम देखा जाता है और यह केवल सुबह और शाम के वक्त अधिक मात्रा में नजर आता है… इसको लेकर कई बार यातायात विभाग को रहवासी क्षेत्र सहित अन्य माध्यमों से शिकायतें मिलती हैं। जाम की स्थिति को दूर करने पिछले दिनों क्यूआरटी टीम का भी यातयात विभाग ने गठन किया, लेकिन कई हद तक केवल मुख्य मार्गों को ही काम कर पाई है, लेकिन शहर में 6 से रात 9 बजे तक जिस तरह चेंचें-पेंपें के शोर से शहर गूंजामान हो जाता है… इन्हीं सब बातों को लेकर यातायात विभाग के डीसीपी मनीष अग्रवाल से चर्चा की गई…।
द. शहर को यातायात जाम से निजात कब मिल पाएगी?
अ. शहर में जाम से निबटने कई कदम उठाए जा रहे हैं। मुख्य मार्गों पर जाम ना हो… इसके लिए जिला प्रशासन के साथ बैठक कर मुख्य चौराहों को चिह्नित किया गया है। जल्द ही दो माह के अंदर उन मुख्य चौराहों पर सिग्नल लगाए जाएंगे, ताकि जाम जैसी स्थिति ना बने और उसकी डेट लाइन भी निश्चित की गई है, ताकि सिग्नल जल्दी लग सकें।
द. जाम के बावजूद भी कई चौराहों पर चालानी कार्रवाई चलती है?
अ. शहर में शाम 7 से लेकर 9 बजे तक मुख्य मार्गों पर काफी जाम लगता है। उससे निबटने के लिए यातायात विभाग के पुलिसकर्मियों को साफ तौर पर निर्देश दे रखे हैं कि इस वक्त किसी भी तरह की कोई चालानी कार्रवाई न की जाए… केवल यातायात को सुलभ और सुगम बनाने की ओर ध्यान दिया जाए, ताकि यातायात सही रूप से संचालित हो सके।
द. रोको-टोको अभियान को कितना सफल मानते हैं, कितना फायदा हो रहा है?
अ. जी बिल्कुल… रुको-टोको अभियान से लोगों में जागरूकता आई है। सामाजिक संस्था के साथ मिलकर यह अभियान सप्ताह में मंगलवार को किया जाता है। कई दफा तो इसे प्रतिदिन चलाने के लिए भी कहा गया, लेकिन अन्य कार्य होने के चलते इसे एक ही दिन संचालित किया जा रहा है। इससे काफी फायदा भी हो रहा है। शहर के विभिन्न क्षेत्रों में संचालित होने के कारण लोगों में काफी जागरूकता और वह हेलमेट और नियमों का पालन करते नजर आते हैं।
द. ध्वनि प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों पर क्या कार्रवाई की गई है?
अ. शहर में ध्वनि प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों के यंत्र निकालकर चालानी कार्रवाई की जाती है तो वहीं पिछले दिनों जिस तरह से मॉडिफाई साइलेंसर बेचने वालों को चिह्नित कर करीब 117 मॉडिफाई साइलेंसर जब्त किए गए थे और उन पर भारी जुर्माना लगाकर कार्रवाई की गई थी… यदि कोई निर्माता की भी शिकायत आती है तो उस ओर भी कार्रवाई की जाएगी और इसके लिए एक विशेष टीम का गठन किया जाएगा, ताकि वाहनों से ध्वनि प्रदूषण रोका जा सके।
द. शहर के ब्लैक स्पॉट पर किस तरह से काम हो रहा है?
अ. ब्लैक स्पॉट के कुल 14 चौराहे चयनित किए गए हैं, जिन पर जिला प्रशासन और यातायात विभाग संयुक्त रूप से कार्रवाई के साथ ही लेफ्ट टर्न और सड़क चौड़ीकरण का काम हुआ है और किया भी जा रहा है, ताकि वहां पर किसी भी तरह की कोई दुर्घटना ना हो और इन चौराहों पर विशेष रूप से सिग्नल लगाए जाएंगे।