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ड्रग्स बेची तो ढूंढें नहीं मिलेंगे जमानतदार

हिन्दुस्तान मेल, इंदौर
स्वच्छ शहर इंदौर में नशा, ड्रग्स को लेकर मचे घमासान पर अंतत: जिला प्रशासन ने बुधवार को सख्त फैसला लिया। इसके तहत अब ड्रग सप्लाई करते हुए जो भी व्यक्ति पकड़ा जाएगा और उसकी कोई जमानत कराता है, तो उस जमानतदार का नाम सार्वजनिक किया जाएगा। जहां घर है, उसी चौराहे पर उसके नाम का पोस्टर भी चस्पा किया जाएगा। इसमें जमानत से जुड़ी जानकारी सार्वजनिक रूप से लिखी जाएगी। इसकी शुरुआत इंदौर से होगी। ऐसा करने का मकसद नशाखोरी को बढ़ावा देने वालों को हतोत्साहित करना है। मालूम हो कि पूरे प्रदेश में इंदौर में ही नाइट कल्चर लागू है। इसके बाद से नशाखोरी की शिकायतें बढ़ गई है। यह जानकारी गृह मंत्री और इंदौर के प्रभारी मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने जानकारी दी।
बुधवार को नरोत्तम मिश्रा इंदौर आए। उन्होंने रेसीडेंसी कोठी में जिला योजना समिति की बैठक ली। इसके बाद उन्होंने पत्रकारों से बात की। मिश्रा ने कहा कि जनप्रतिनिधियों के साथ पुलिस की बैठक में यह तय किया है कि ड्रग पेडलर की जमानत जो व्यक्ति देगा, उनका नाम बोर्ड पर लिखकर उसके मोहल्ले में टांगा जाएगा। पहला चरण इंदौर से प्रारंभ हो रहा है। दूसरे चरण में अन्य नाम भी जोड़े जाएंगे।

भारतरत्न लता मंगेशकर के नाम होगा आॅडिटोरियम
मिश्रा ने बताया कि जिला योजना समिति की बैठक में इंदौर विकास प्राधिकरण का राजेंद्र नगर में बना आॅडिटोरियम भारत रत्न स्वर कोकिला लता मंगेशकर आॅडिटोरियम के नाम से जाना जाएगा। वहीं, इंदौर में बांटे विवादित पर्चे को लेकर प्रभारी मंत्री ने कहा कि मामला संज्ञान में आया है। केस दर्ज कर लिया गया है। मामले में जांच की जा रही है। मिश्रा ने कहा कि मुख्यमंत्री जन-सेवा अभियान के द्वितीय चरण में भी इंदौर में बेहतर कार्य किया जा रहा है। उन्होंने अधिक से अधिक लोगों को लाभान्वित करने के लिये गहनता पूर्वक पात्रता परीक्षण करने के निर्देश दिए। वहीं, नवीन शासकीय महाविद्यालय नंदा नगर का नाम मां कनकेश्वरी देवी शासकीय महाविद्यालय और फूटी कोठी चौराहे पर निर्मित होने वाले फ्लाई ओवर-ब्रिज का नाम संत सेवालाल के नाम पर किए जाने के प्रस्ताव का भी अनुमोदन किया गया।

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