रिमांड पर चल रहे देश विरोधी संगठन हिज्ब-उत-तहरीर (एचयूटी) के सभी 16 सदस्यों को शुक्रवार को कोर्ट में पेश किया गया। इनमें 10 लोगों को कोर्ट ने फिर 24 मई तक के रिमांड पर एटीएस को सौंप दिया है। बाकी छह को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।
गौरतलब है कि मप्र एटीएस की टीम ने नौ मई को भोपाल, छिंदवाड़ा और हैदराबाद में एक साथ दबिश देते हुए 16 संदिग्धों को गिरफ्तार किया था। इन्हें कोर्ट में पेश करने के बाद इनकी 19 मई तक रिमांड मिली थी। पुलिस द्वारा इन संदिग्धों से की गई पूछताछ में कई अहम और चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं।
भोपाल के विशेष न्यायाधीश रघुवीर प्रसाद पटेल के न्यायालय में कड़ी सुरक्षा के बीच एटीएस ने उन्हें पेश किया। एटीएस ने अन्य तथ्यों को सामने रखकर और पूछताछ के लिए न्यायालय से रिमांड की मांग की। एटीएस की इस मांग पर बचाव पक्ष का कहना था कि 10 दिनों के रिमांड में एटीएस कोई मजबूत तथ्य सामने नहीं ला पाई है। इस कारण आगे रिमांड पर सौंपना उचित नहीं है। देश विरोधी संगठन हिज्ब-उत-तहरीर (एचयूटी) के सदस्यों का विभिन्न गतिविधियों से संबंधित प्रशिक्षण भोपाल के आसपास तीन फार्म हाउस में भी होता था। यह अचारपुरा, बैरसिया रोड और भोजपुर के पास हैं। आतंकवाद निरोधी दस्ता (एटीएस) की टीम शुक्रवार को आरोपितों को लेकर तीनों ठिकानों पर पहुंची थी।
सामी की पत्नी बोली-मुसलमान होने की सजा मिल रही
पति को मुसलमान होने की सजा मिल रही है। मुसलमान काम किसलिए आते हैं। दाढ़ी वाला मिले और उसे पकड़ कर आतंकवादी बोल दो। यह कहना है एटीएस की कार्रवाई में पकड़ाए हिज्ब-उत-तहरीर के मेंबर सैय्यद सामी रिजवी की पत्नी का। रिमांड पर भेजे गए संदिग्धों में भोपाल से पकड़ाए सैय्यद सामी रिजवी भी शामिल हैं।
उधर, गिरफ्तारी के बाद पहली बार भोपाल में उन्हें उनसे जुड़ी जगह पर ले जाया गया है, जिससे साक्ष्य जुटाए जा सकें। बताया जा रहा है कि तीनों फार्म हाउस एकांत में हैं। फार्म हाउस संचालकों का इन्हें सहयोग मिलता था। इस कारण एचयूटी से जुड़े लोग प्रशिक्षण लेने और बैठक करने के लिए यहां आते थे।