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मध्य प्रदेश

दिग्विजय का बजरंग दल से प्रेम इसमे कुछ अच्छे लोग भी

कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा- अगर मध्यप्रदेश में कांग्रेस विधानसभा चुनाव जीती तो हम बजरंग दल पर प्रतिबंध नहीं लगाएंगे। बजरंग दल में कुछ अच्छे लोग भी हो सकते हैं, लेकिन हम दंगों या हिंसा में शामिल किसी को भी नहीं छोड़ेंगे। मध्यप्रदेश में इस साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इससे पहले हुए कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने अपने घोषणा-पत्र में बजरंग दल को बैन करने की बात कही थी, जिसको लेकर देशभर में बीजेपी और बजरंग दल के सदस्यों ने विरोध प्रदर्शन किया था। दिग्विजय सिंह बुधवार को भोपाल में माता मंदिर चौराहे पर अवंतीबाई लोधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने पहुंचे थे। मीडिया ने हिंदुत्व को लेकर सवाल किया तो उन्होंने कहा- मैं प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और मुख्यमंत्री से पूछना चाहता हूं कि उन्होंने भारतीय संविधान की शपथ ली है या हिंदू राष्ट्र की। हिंदू राष्ट्र के बयान पर कमलनाथ को घेरने की बीजेपी की कोशिशों पर दिग्विजय बोले- कमलनाथ का बयान मीडिया ने गलत तरीके से बताया है। कमलनाथ ने कभी इस बारे में बात नहीं की, जो आप लोग और भाजपा कह रही है। दरअसल, छिंदवाड़ा में कथा के दौरान धीरेंद्र शास्त्री के भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने के ऐलान की खबर पर कमलनाथ ने कहा था- धीरेंद्र शास्त्री ने हिंदू राष्ट्र की बात नहीं की। उन्होंने सर्वधर्म की बात कही है।

वोटों की फसल काटने के लिए कुछ भी कहते हैं कांग्रेसी: सीएम
हिंदू राष्ट्र को लेकर दिग्विजय सिंह और कमलनाथ के बयान पर मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने कहा- चाहे दिग्विजय सिंह हों या कमलनाथ, इनको न हिंदुत्व से लेना-देना है और न ही देश से। इनको समाज से भी कोई लेना-देना नहीं है। ये वोटों की फसल काटने के लिए जब जो ठीक समझते हैं, वह कहते हैं।
गृहमंत्री नरोत्तम का बयान
दिग्विजय के बजरंग दल पर बैन न लगाने के बयान पर बोले- बजरंग दल पर बैन लगाना तो दूर, सोच भी नहीं सकते। कुछ लोगों का आई फ्लू अब ठीक हो रहा है।

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भोपाल के कलाकारों ने 25 दिन में बनाया मॉडल

सागर के बड़तूमा में 11.29 एकड़ जमीन पर संत रविदास का मंदिर और स्मारक बनेगा। इसकी आधारशिला 12 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रख चुके हैं। इस दौरान उन्होंने संत रविदास धाम का 3डी स्केल मॉडल भी देखा और उसकी सराहना की थी। यह मॉडल भोपाल के कलाकारों ने तैयार किया है। इसे बनाने में करीब 25 दिन लगे। इस मॉडल को कबाड़ से कंचन थीम पर काम करने वाले पवन देशपांडे और देवेंद्र शाक्य की टीम ने तैयार किया है। देशपांडे ने बताया कि 7 से 8 कलाकारों की टीम ने दिन-रात काम करके यह मॉडल तैयार किया है। इसमें म्यूजियम, जलकुंड, मुख्य मंदिर, फूड कोर्ट आदि है।
मॉडल बनाने में इस सामग्री का उपयोग- पफ बोर्ड, एमडीएफ, वेक्स, थ्री-डी प्रिंटर आदि सामग्री और संसाधनों का उपयोग करके यह मॉडल बनाया गया। दरअसल, देवेंद्र शाक्य, पवन देशपांडे, महिप तोमर, सैयद फारूख, शालिनी देशपांडे, हर्षवर्द्धन कड़वे, गुलफाम कुरैशी और गजेंद्र शाक्य की टीम मॉडल को बनाने में जुटी रही। देशपांडे ने बताया कि थ्री-डी स्केल मॉडल को बनाने में टीम ने हर रोज 15 घंटे तक काम किया।

रविदास धाम
की विशेषताएं
संत रविदास धाम की 8 फरवरी को घोषणा हुई थी और 6 महीने के बाद इसका भूमिपूजन हो गया। 11.29 एकड़ में धाम 100 करोड़ रुपए में बनेगा। पहली गैलरी में संत का जीवन-दर्शन होगा। दूसरी में भक्ति मार्ग और निर्गुण पंथ में योगदान को दिखाया जाएगा। तीसरी गैलरी में संत के दर्शन के प्रभाव और पंथ की जानकारी। चौथी में काव्य, साहित्य, लाइब्रेरी और संगत हॉल में साहित्य संकलन होगा। मंदिर के पास जल कुंड बनेगा। 12 हजार वर्गफीट में भक्तों के रहने के लिए आवास बनेगा। सर्वसुविधा युक्त 15 रूम बनेंगे।

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सरस्वती आत्महत्या मामला : पति के बयान के बाद होगी आगे की कार्रवाई………….

डॉ. बाला सरस्वती के सुसाइड करने के बाद गांधी मेडिकल कॉलेज भोपाल में एक बैनर लगाया गया था। जूनियर डॉक्टरों ने इंसाफ दिलाने की गुहार लगाई थी। मामले में कोहेफिजा पुलिस का कहना है कि डॉ. सरस्वती सुसाइड केस में अब केवल उनके पति जयवर्धन चौधरी के बयान होना बाकी हैं। उल्लेखनीय है डॉ. सरस्वती की मौत के बाद हमीदिया अस्पताल में जयवर्धन ने पुलिस को शुरुआती बयान दिए थे। इसमें उन्होंने गांधी मेडिकल कॉलेज के गायनेकोलॉजी डिपार्टमेंट की प्रोफेसर डॉ. अरुणा कुमार, डॉ. पल्लवी, डॉ. पूर्वा और डॉ. नंदिनी एवं डॉ. रेखा वाधवानी द्वारा थीसिस के नाम पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया था।
पिता ने भी लगाए थे
प्रताड़ना के आरोप
डॉ. सरस्वती के पिता वेंकेटेश्वर राव ने पुलिस को दिए बयान में जीएमसी के स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग की एचओडी डॉ. अरुणा कुमार, डॉ. पूर्वा, डॉ. पल्लवी और डॉ. नंदिनी पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। उन्होंने पुलिस को बताया कि बेटी ने कई मर्तबा कॉलेज में डिपार्टमेंट की एचओडी डॉ. अरुणा सहित अन्य डॉक्टरों द्वारा प्रताड़ित किए जाने की जानकारी चर्चा के दौरान दी थी। इसके अलावा पिता वेंकेटेश्वर राव ने पुलिस को बताया कि उन्होंने बेटी डॉ. सरस्वती को शादी में 40 लाख रुपए का सोना (गोल्ड) दिया था। परिजन ने पुलिस के सवालों के जवाब में जयवर्धन और डॉ. सरस्वती के रिश्तों के बारे में भी जिक्र किया है।
कभी नहीं सुनी विवाद की आवाज
डॉ. सरस्वती के पड़ोस में रहने वाले आसिम हसन और उनकी पत्नी के भी पुलिस ने बयान दर्ज किए हैं। दोनों ने पुलिस को बताया कि पति और पत्नी के बीच कभी किसी विवाद की आवाज नहीं सुनी। 31 जुलाई की सुबह करीब 6 बजे जयवर्धन ने आवाज देकर उन्हें मदद के लिए बुलाया था।
इसलिए धीमी हुई जांच
मामले की जांच कर रहे तत्कालीन एसीपी उमेश तिवारी ट्रांसफर के बाद करीब 6 दिन पहले रिलीफ भी हो चुके हैं। उन्होंने बताया कि दस लोगों के बयान दर्ज कर चुके थे। आगे की कार्रवाई नए एसीपी जॉइनिंग के बाद शुरू करेंगे। आगे की कार्रवाई भी नए एसीपी ही तय करेंगे।

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मप्र के भाजपा प्रत्याशियों का फैसला अन्य राज्यों के विधायकों की सर्वे रिपोर्ट से होगा

मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने 230 विधायकों की लिस्ट तैयार कर ली है। ये विधायक उत्तरप्रदेश, बिहार, गुजरात और महाराष्ट्र के हैं, जो अपने क्षेत्र में चुनावी जीत की रणनीति में माहिर माने जाते हैं। हर एक विधायक को मप्र की एक सीट का जिम्मा दिया गया है। ये विधायक हर विधानसभा सीट से दावेदारों का पैनल तैयार कर केंद्रीय नेतृत्व को रिपोर्ट सौपेंगे।
इनकी रिपोर्ट के आधार पर न केवल टिकट तय होगा, बल्कि यह भी तय होगा कि उस विधानसभा क्षेत्र में चुनाव कैसे लड़ना है। पार्टी ने फिलहाल विधायकों की इस वर्किंग को गोपनीय रखा है। इसमें यह भी जिक्र है कि कौन किस विधानसभा क्षेत्र में डेरा डालेगा। पार्टी सूत्रों का कहना है कि मप्र में चुनाव की पूरी रणनीति गृहमंत्री अमित शाह की देखरेख में ही बन रही है। उसी के मुताबिक काम हो रहा है। दूसरे राज्यों के विधायकों से इस तरह वर्किंग कराना भी उसी का हिस्सा है। ये विशेषज्ञ विधायक हर विधानसभा में पहुंचकर हार-जीत की संभावना को खंगालकर पार्टी को बताएंगे कि उसे क्या करना है और क्या नहीं?
मौजूदा विधायकों की जमीनी हकीकत जांचना- एमपी में 230 में से 127 विधायक बीजेपी के हैं। इसमें से 30 मंत्री हैं। क्षेत्र में इन विधायकों की मौजूदा स्थिति क्या है, विधायकों के खिलाफ एंटी इनकमबेंसी कितनी है, इसे कैसे दूर किया जा सकता है… अन्य राज्यों के विधायक यह जानकारी जुटाएंगे। वे यहां विधायकों के फीडबैक लेने के साथ ही अन्य दावेदारों से भी संवाद करेंगे। इसके अलावा पार्टी के पदाधिकारियों, जैसे- जिला अध्यक्ष, विधानसभा क्षेत्र में आने वाले मंडलों के अध्यक्षों से मौजूदा विधायक का फीडबैक भी लेंगे।
कांग्रेस से आए विधायकों
पर ज्यादा फोकस
कांग्रेस से आए खासकर सिंधिया समर्थक मंत्रियों और विधायकों की क्षेत्र में क्या स्थिति है… इस पर ज्यादा फोकस किया जा रहा है। विशेषत: उन 9 सीटों पर जहां उपचुनाव-2020 में विधायक हार गए थे। अन्य राज्यों के विधायक इन सीटों के हर पहलू को अपनी रिपोर्ट में शामिल करेंगे। इसके अलावा जो 19 विधायक चुनाव जीत गए थे, अब उनके क्षेत्र में कितनी नाराजगी है… ये भी पता करेंगे।

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गर्लफ्रेंड का अपहरण करने वाले खंडवा के कॉलेज स्टूडेंट को जेल

हिन्दुस्तान मेल, खंडवा। गर्लफ्रेंड को पुलिस थाने लाकर सुपुर्दगी देना एक प्रेमी को भारी पड़ गया। दरअसल, वह दो महीने पहले ही गर्लफ्रेंड को भगाकर ले गया था। तब से पुलिस को इस अपहरण केस में दोनों की तलाश थी। खोजबीन के बाद भी दोनों ट्रेस नहीं हो पाए। आखिरकार पुलिस ने परिवार के जरिए उन्हें बुलाया। दस्तावेजों में गर्लफ्रेंड नाबालिग थी। जब पुलिस ने उस नाबालिग का मेडिकल कराया तो दुष्कर्म होना सामने आया। अपहरण के केस में दुष्कर्म और पॉक्सो एक्ट का इजाफा हुआ तो प्रेमी को सलाखों के पीछे रखना पड़ गया। ये मामला है खंडवा जिले के छैगांवमाखन थाना क्षेत्र का है। छैगांवमाखन पुलिस ने एक परिवार की शिकायत पर उनकी 15 वर्षीय बेटी के अपहरण का मामला दर्ज किया था। दस्तावेज खंगाले तो लड़की नाबालिग थी। शक था कि किसी व्यक्ति ने बहला-फुसलाकर अपहरण किया है। थोड़े दिन बाद पता चला कि एक युवक से वह प्यार करती थी। प्रेम-प्रसंग में वह उस युवक के साथ वह भाग गई है। पुलिस ने छानबीन की, लेकिन युवक की लोकेशन ट्रेस नहीं हो पा रही थी। ऐसे में उसके परिजन का पता लगाया। उन पर दबाव बनाया और बेटे को नाबालिग लड़की के साथ थाने पर आने की हिदायत दी। जैसे-तैसे करके युवक का परिजन से संपर्क हुआ और दो महीने बाद मंगलवार को वह पुलिस थाना छैगांवमाखन आ पहुंचा। उसके साथ वह नाबालिग लड़की भी थी। पुलिस को उसने बताया कि वो लड़की उसकी गर्लफ्रेंड है। दोनों आपस में प्यार करते हैं। दो दिलों में गहराइयां इतनी बढ़ीं कि शादी का प्लान किया।

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