Hindustanmailnews

मध्य प्रदेश

दुष्कर्मी की करतूत… रेप कर बच्ची को मार डाला!

जबलपुर में 8 साल की बच्ची का शव मिलने के बाद लोगों में आक्रोश है। लोगों ने शराब दुकान भी बंद करवा दी। परिजन का आरोप है कि शराबी ने रेप के बाद उसे मारा है। गांव में ऐहतियातन पुलिस बल भी तैनात है। घटना के बाद गांव में मातम पसरा है।
मां का रो-रोकर बुरा हाल – बच्ची की मां का रो-रोकर बुरा हाल है। मां का आरोप है कि मंगलवार शाम को बच्ची घर से निकली थी। आंगन से ही उसे कोई उठा ले गया। घर के पास नशे में धुत्त होकर कई लोग घूम रहे थे। अगर पता होता कि बच्ची के साथ घटना हो सकती है तो उसे जाने ही नहीं देती। अगर शराब दुकान यहां से नहीं हटी तो दुकान में आग लगा देंगे। आज मेरी बच्ची के साथ ऐसा हुआ है। कल किसी और की बच्ची शिकार हो सकती है।
गांव में रहने वाली सुशीलाबाई का कहना है कि बच्ची के लापता होते ही करीब 15 से 20 लोग उसे तलाश रहे थे। कुछ लोग तालाब पर भी गए थे, लेकिन वहां बच्ची नहीं थी। रात में अचानक ही बच्ची का शव तालाब में मिला। इसका मतलब है कि किसी ने बच्ची के साथ गलत काम करके उसकी हत्या की। फिर शव तालाब में फेंक दिया। आरोप है कि बच्ची की हत्या कर शव छिपाकर रखा गया। रात में शव को ठिकाने लगाने के उद्देश्य से तालाब में फेंक दिया गया।
शराबियों का जमावड़ा
गांववालों का कहना है कि जलगांव में शराब दुकान खोलते समय भी विरोध किया गया था, लेकिन प्रशासन ने ध्यान नहीं दिया। शराब दुकान के पास ग्राम पंचायत भवन है। सुबह से ही यहां शराबियों का जमावड़ा रहता है। इस कारण महिलाएं शासन की योजनाओं की जानकारी लेने भी नहीं जा पातीं। यही नहीं, शराब दुकान के पास आंगनवाड़ी में भी असामाजिक तत्वों की भीड़ रहती है। यह बच्ची भी रोजाना आंगनवाड़ी जाती थी।
पीएम रिपोर्ट का इंतजार…
गांव में पनागर और आधारताल थाना पुलिस तैनात है। पनागर थाना प्रभारी अजय बहादुरसिंह का कहना है कि पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कह सकेंगे। गांव के लोग शराब दुकान का विरोध कर रहे हैं। कुछ लोगों ने तोड़फोड़ करते हुए आगजनी की है, जिसकी जांच की जा रही है।

दुष्कर्मी की करतूत… रेप कर बच्ची को मार डाला! Read More »

ट्रेजरी आॅफिस में अवकाश नहीं… छुट्टी के बाद भी खुलेंगे

प्रदेश की ट्रेजरी में गुरुवार से ठेकेदारों के भुगतान संबंधी बिल नहीं लगेंगे। सिर्फ उन्हीं बिलों को सरकार मंजूरी देगी, जिसे वित्त विभाग ने 27 मार्च के बाद भुगतान के लिए स्वीकृति दी है। वित्त वर्ष के अंतिम सप्ताह में ट्रेजरी पर लोड कम रखने के लिए सरकार ने यह फैसला किया है। इसको लेकर सभी कोषालय अधिकारियों से कहा गया है कि वेतन और अन्य महत्वपूर्ण ट्रेजरी बिलों के अलावा कोई अन्य बिल कोषालय में 27 मार्च के बाद नहीं लगाए जाएंगे। इस दौरान कोषालय अधिकारियों की जिम्मेदारी होगी कि वे ई-फाइल जनरेट करके उसे अपलोड करने व निराकरण करने का काम करेंगे।
आयुक्त कोष और लेखा ज्ञानेश्वर पाटिल द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि 27 मार्च के बाद केवल वेतन, मेडिकल, विद्युत, टेलीफोन बिल, पेंशन तथा वेतन एरियर्स के बिल ही स्वीकार किए जाएंगे। नियमित शासकीय सेवकों के साथ-साथ मानसेवी वेतन, मानदेय, मजदूरी वेतन, आंगनवाड़ी, कोटवार, होमगार्ड्स आदि के वेतन इसमें शामिल हैं, जिनका भुगतान बैंक खाते के माध्यम से किया जाता है। इसके अलावा यह भी कहा गया है कि पहले से कोषालय में पेश ऐसे बिल, जो आपत्ति निराकरण के बाद आते हैं, वे 27 मार्च के बाद भी स्वीकार किए जाएंगे।
इन बिलों को मिलेगी मंजूरी
ल्ल पूंजीगत व्यय से संबंधित बिल तथा केन्द्रीय योजनाओं से संबंधित बिल भी स्वीकार किए जाएंगे।
ल्ल आयुक्त ने कहा है कि सभी प्रकार की स्कॉलरशिप, स्टाइपेंड देयक एक्स ग्रेसिया और जीएसटी रिफंड के बिल भी स्वीकार किए जाएंगे।
ल्ल निवेश, ऋण अदायगी, ऋण तथा अग्रिम, एन्युटी मूल्य, अंतर लेखा अंतरण के बिल भी स्वीकार किए जाएंगे।
ल्ल आयुक्त ने कहा है कि 30 मार्च और 31 मार्च को शासकीय अवकाश होने के कारण बिलों के स्वीकार करने में सख्ती रहेगी।
ल्ल 30 मार्च को रात 12 बजे के बाद सिर्फ ऐसे बिल स्वीकार होंगे, जो 27 मार्च के बाद प्रस्तुत किए गए हैं।
ल्ल केंद्रीय क्षेत्र योजनाओं, केंद्र प्रवर्तित योजनाओं और 15वें वित्त आयोग से संबंधित ऐसे बिल, जिनकी आहरण की स्वीकृति 27 मार्च के बाद तय की गई है, वे भी स्वीकार किए जाएंगे।
ल्ल पूंजीगत व्यय से संबंधित बिल और आयुक्त कोष एवं लेखा की विशेष अनुमति से जारी किए गए बिल ही स्वीकार होंगे।

ट्रेजरी आॅफिस में अवकाश नहीं… छुट्टी के बाद भी खुलेंगे Read More »

दादी पर टूट पड़ी ‘बुढ़ापे की लाठी’

माता-पिता और दादा-दादी के लिए बच्चे ‘बुढ़ापे की लाठी’ यानि सहारा होते हैं, लेकिन भोपाल के जहांगीराबाद में एक पोते ने प्रॉपर्टी के लालच में अपनी पत्नी के साथ मिलकर बूढ़ी दादी को जमकर प्रताड़ित किया। घटना का एक वीडियो सामने आया है। वीडियो में वह अपनी पत्नी संग दादी को हाथों और डंडे से बेरहमी से पीटता दिख रहा है। दर्द से दादी की चीख निकलने लगती तो पोता उनका मुंह दबा देता है। यह वीडियो 21 मार्च का बताया जा रहा है।
मारपीट का यह वीडियो जब सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो पुलिस ने आरोपी पोते दीपक सेन (30) और पत्नी पूजा (25) को गिरफ्तार कर लिया। जहांगीराबाद थाना प्रभारी संजयसिंह सोनी ने बताया कि बापू कॉलोनी निवासी दीपक अपनी पत्नी पूजा सेन के साथ जयकिशन गौहर के मकान में 5 महीने से किराए से कमरा लेकर रह रहा था। दीपक के पिता का निधन हो चुका है।
छोटे बेटे के साथ रहती हैं दादी – दादी बतीबाई सेन जिला झांसी ग्राम राजापुर में छोटे बेटे के साथ रहती हैं, जहां उनके नाम प्रॉपर्टी है। दीपक अपनी दादी को यह कहकर लाया था कि उसका ख्याल रखेगा, लेकिन हकीकत में इसके पीछे प्रॉपर्टी का लालच था। वो 5 महीने पहले दादी को भोपाल लाया था। यहां उसने सैलून की दुकान खोल ली। कुछ दिन तो ठीक से रखा, लेकिन बाद में दादी से लड़ाई-झगड़ा और मारपीट शुरू कर दी। कुछ समय पहले शिकायत के बाद पुलिस ने उसे बिना कार्रवाई के छोड़ दिया था। इससे उसके हौसले बुलंद हो गए और आए दिन मारपीट करने लगा।
नामांकन प्रक्रिया जारी… 26 अप्रैल को होगी वोटिंग
लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के लिए नामांकन प्रक्रिया आज (गुरुवार) से शुरू हो गई है। दूसरे चरण में 7 सीटों टीकमगढ़, दमोह, खजुराहो, सतना, रीवा, नर्मदापुरम और बैतूल पर चुनाव होना है। इसके लिए 4 अप्रैल तक नामांकन भरे जाएंगे। 5 अप्रैल तक जांच और नाम वापसी 8 अप्रैल तक हो सकेगी। वोटिंग 26 अप्रैल को होगी। पहले चरण में 6 सीट के लिए 113 उम्मीदवारों ने 153 नामांकन दाखिल किए हैं। बुधवार को आखिरी दिन 64 प्रत्याशियों ने 89 नामांकन दाखिल किए। इन्हें मिलाकर कुल 113 प्रत्याशियों ने 153 फॉर्म भरे हैं। 28 मार्च को नामांकन-पत्रों की जांच होगी। 30 मार्च तक नाम वापस लिए जा सकेंगे। वोटिंग 19 अप्रैल को होगी। बता दें कि दूसरे चरण की सभी सीटों के लिए भाजपा और कांग्रेस अपने उम्मीदवार घोषित कर चुके हैं।

दादी पर टूट पड़ी ‘बुढ़ापे की लाठी’ Read More »

विपक्ष नामांकन नहीं कर पाया, भाजपा के 5 विधायक निर्विरोध

सगाली, एजेंसी। कांग्रेस की हालत खराब है। इतनी कि अरुणाचल प्रदेश में पांच अहम सीटों पर अपने उम्मीद्वार नहीं उतार पाई। इसीलिए वहां अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू सहित भाजपा के पांच विधायक निर्विरोध निर्वाचित हो सकते हैं। अरुणाचल प्रदेश में 19 अप्रैल को दो लोकसभा सीट के साथ-साथ विधानसभा की 60 सीट के लिए भी वोटिंग होनी है। पापुम पारे सहित कई प्रमुख जिलों में विपक्षी दलों के उम्मीदवारों ने नामांकन नहीं किया है। राज्य में बीजेपी के कुल 5 उम्मीदवार निर्विरोध जीत रहे हैं, जिनमें ताली से जिक्के ताको, तलिहा से न्यातो डुकोम, सागाली से रातू तेची और रोइंग विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों से मुच्चू मीठी शामिल हैं।

विपक्षी उम्मीदवारों ने नहीं किया नामांकन- समय सीमा से पहले किसी भी विपक्षी उम्मीदवार ने नामांकन दाखिल नहीं किया है, जिसके चलते बीजेपी मुक्तो और सागली सहित पांच निर्वाचन क्षेत्रों में क्लीन स्वीप के लिए तैयार हैं।

विपक्ष नामांकन नहीं कर पाया, भाजपा के 5 विधायक निर्विरोध Read More »

पाल बनाने के लिए बिरगोदा तालाब खाली

नमीता सिंह, हिन्दुस्तान मेल
देपालपुर। जलसंकट को लेकर दुनिया कितनी गंभीर है और हम कितने… इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि बैंगलुरू में पीने का पानी का दूसरा उपयोग करने पर 22 लोगों के खिलाफ न सिर्फ केस दर्ज हुआ, वहीं एक-एक लाख का जुर्माना भी लगाया गया। अब बात इंदौर की करें तो यहां पाल चौड़ा करने के नाम पर बिरगोदा तालाब को खाली कर दिया गया। लाखों लीटर पानी बहा दिया गया।
बिरगोदा देपालपुर तहसील की पंचायत है, जहां पिछले दो दिन से मोटर लगाकर पाइप के माध्यम से तालाब के पानी को खाली किया जा रहा है। जब सरपंच नीतू सिसोदिया से कारण जानने की कोशीश की तो उन्होंने उपसरपंच से बात करने को कहा। उप-सरपंच ने कहा कि तालाब की पाल चौड़ी करना है, इसीलिए पानी खाली कर रहे हैं।
बिना खाली किए भी पाल चौड़ी हो सकती है- विशेषज्ञों के अनुसार गर्मी में पानी की जरूरत ज्यादा रहती है। ऐसे में तालाब खाली करना गलत है। यदि तालाब की पाल मजबूत करना है तो उसके दूसरे भी रास्ते हैं।

पाल बनाने के लिए बिरगोदा तालाब खाली Read More »

Scroll to Top
Verified by MonsterInsights