Hindustanmailnews

इंदौर

बेटे को सेना से रिजेक्ट करने के बाद से ही डिप्रेशन में था आरोपी गार्ड

हिन्दुस्तान मेल, इंदौर। खजराना थाना क्षेत्र के कृष्णबाग कॉलोनी में गुरुवार देर रात जीजा-साले की गोली मारकर हत्या के मामले में खुलासा हुआ है। विवाद की शुरुआत चार साल के बच्चे से हुई। उसने आपस में झगड़ रहे पालतू कुत्ते को पत्थर मार दिया था। यह कुत्ता आरोपी बैंक गार्ड राजपाल राजावत के बेटे सुधीर उर्फ साहिल का था। उसने पत्थर मारने पर आपत्ति ली और बात मारपीट तक पहुंच गई। बेटे से हुए विवाद में आरोपी राजपाल भी कूद गया। कुत्ते को पत्थर मारने वाले बच्चे के परिवार पर गार्ड ने फायर कर दो लोगों की जान ले ली थी। बताते हैं कि राजपाल बेटे को सेना में भर्ती कराना चाहता था, लेकिन उसे वहां से रिजेक्ट कर दिया। इसके बाद ही राजपाल डिप्रेशन में चल रहा था।

छोटी-छोटी बात पर निकाल लेते थे बंदूक
गुरुवार रात कृष्णबाग कॉलोनी में हुए गोलीकांड में जान गंवाने वाले विमल और उनके साले राहुल वर्मा का पूरा परिवार उजड़ गया है। दोनों अपने घर के अकेले कमाने वाले सदस्य थे। कॉलोनी के लोग बताते हैं कि राजपाल और उसका बेटा व भतीजा तीनों ही गुस्सैल प्रवृत्ति के हैं। छोटी-छोटी बात पर बंदूक निकाल लेते थे। कई बार इसकी शिकायत थाने में की, लेकिन खजराना थाने में सुनवाई नहीं हुई।

मृतक विमल के बड़े भाई
ने सुनाई आपबीती
मृतक विमल के बड़े भाई प्रमोद की मानें तो कुत्तों की लड़ाई सुलझाने के दौरान आरोपी राजपाल और उसके बेटे सुधीर व भतीजा शुभम आ गए। उन्होंने मुझे मारा। तभी मेरे घर की छत पर दाल- बाटी बना रहे पंकज, राहुल (मृतक), धीरज, रवि, अंकित, सचिन और विमल (मृतक) आ गए। यहां फिर से थोड़ी नोकझोंक हुई। तभी गार्ड अंदर भागा और तलवार ले आया। उसकी पत्नी ने धक्का देकर उसे अंदर किया। बेटे फिर भी हमसे लड़ते रहे। तभी गार्ड बंदूक लेकर गैलरी पर पहुंचा। उसने सीधे मेरे भाई विमल को गोली मारी। दूसरी गोली राहुल (विमल का साला) को मारी। दोनों जख्मी हुए तो तीसरा फायर किया। फिर मैं रिक्शा लेने दौड़ा तो मुझ पर गोली दागी।

बेटे को सेना से रिजेक्ट करने के बाद से ही डिप्रेशन में था आरोपी गार्ड Read More »

सिका ग्रुप आॅफ इंस्टिट्यूशंस में मनाया हरियाली महोत्सव………..

सिका ग्रुप आॅफ इंस्टिट्यूटशंस ने गत दिवस हरियाली महोत्सव और तिरंगा रैली का आयोजन सुपर कॉरिडोर इन्फोसिस के पीछे संस्था की भूमि पर किया गया। मुख्य अतिथि महापौर पुष्यमित्र भार्गव एवं विशेष अतिथि मनीष नायर अधिवक्ता हाईकोर्ट एवं भूतपूर्व ट्रस्टी सिका एजुकेशनल ट्रस्ट, सिका ट्रस्ट के अध्यक्ष पी. बाबूजी, मैनेजिंग ट्रस्टी डॉ. विजय लक्ष्मी आयंगर, सेक्रेटरी टू ट्रस्ट एवं एसएमसी कन्वीनर टी. एसआर राघवन, ट्रस्टी एसएम अय्यर, कार्तिक शास्त्री, एसएमसी सदस्य शिवप्रसाद नायर, ट्रस्ट के पूर्व सदस्य गणेशन, विजयकुमार अय्यर, केपी राजन, जी. रमेश, शिवनकुट्टी नायर, शीजा नायर थे।
कार्यक्रम का आगाज तिरंगा रैली, अतिथियों के स्वागत और प्रालेख व्याख्या अनिता जेटली द्वारा एवं पुष्पगुच्छ तथा स्मृति चिन्ह डॉ. विजय लक्ष्मी आयंगर ने भेंट कर उनकी गरिमामयी उपस्थिति को यादगार बनाया। प्राचार्या सिका 54 सूजा मैथ्यू ने विद्यालय का परिचय तथा सिका विवि का परिचय प्राचार्या डॉ. मीनल शर्मा ने प्रस्तुत किया। सिका गीत, वंदे मातरम् गीत, हरियाली महोत्सव पर कविता, गीत, नृत्य का आकर्षक एवं सराहनीय प्रदर्शन किया गया। गीत, ध्येय वाक्य ‘मेरी माटी मेरा देश’ पर प्राचार्या सिका निपानिया रोनिका वलेचा ने शपथ दिलवाई। डॉ. विजय लक्ष्मी आयंगार ने अपने उद्बोधन में वातावरण को हरा-भरा एवं सुरक्षित रखने का आह्वान किया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि एवं विशेष अतिथि ने अपने उद्बोधन में पौधों के नए रोपण का समर्थन एवं उनके संरक्षण पर जोर दिया। सिका एजुकेशनल ट्रस्ट के अध्यक्ष पी बाबूजी ने हरियाली का संदेश दिया। इस मौके पर अतिथि एवं संस्था के शिक्षक, शिक्षिकाओं एवं छात्रों ने पौधारोपण किया। आभार प्राचार्य डॉ. जीएस पटेल ने किया। संचालन सपना जैन ने किया।

सिका ग्रुप आॅफ इंस्टिट्यूशंस में मनाया हरियाली महोत्सव……….. Read More »

मेट्रो ट्रेन का इंतजार खत्म होने के करीब, एमडी मनीष सिंह ने कार्यों का लिया जायजासितंबर में ट्रायल रन की तैयारी……….

इंदौर में मेट्रो ट्रेन चलाने के पूर्व ट्रायल रन का इंतजार अब जल्द ही खत्म होने वाला है। ट्रायल रन की की तैयारियां अंतिम चरण में हैं। संभवत: सितंबर के पहले पखवाड़े में ट्रायल रन हो जाएगा। इसी माह वडोदरा से ट्रेन के कोच इंदौर के लिए रवाना हो जाएंगे। खास बात यह है कि भोपाल के पहले इंदौर में ट्रायल रन होगा। मेट्रो रेल कॉर्परेशन के एमडी मनीषसिंह ने शुक्रवार को अफसरों के साथ निर्माण कार्यों की समीक्षा की और काम में तेजी लाने सहित अन्य मामलों में भी दिशा-निर्देश दिए। एमडी ने एक बार फिर सभी को स्पष्ट रूप से अवगत करवाया कि इसी वर्ष सितंबर में होने वाले ट्रायल रन की समय सीमा अपरिवर्तनीय है। इससे पहले आवश्यक सभी कार्य पूर्ण हो जाने चाहिए।
प्रदेश सरकार की विधानसभा चुनाव के मौके पर इंदौर और भोपाल में मेट्रो ट्रेन का तोहफा देने की तैयारी है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की मंशा अनुरूप सितंबर में ट्रायल रन किया जाना है। इसके लिए मध्यप्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन के अफसर दिन-रात जुटे हुए हैं। विभिन्न निर्माण कार्य में जुटी कंपनी ने भी काम की रफ्तार बढ़ा दी है। सितंबर के पहले पखवाड़े में ट्रायल रन की तैयारियां हैं। कोच वडोदरा स्थित कोच कंपनी से 21 अगस्त को इंदौर के लिए रवाना होने शुरू हो जाएंगे। मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के एमडी मनीष सिंह द्वारा भोपाल एवं इंदौर में निरंतर निर्माण कार्यों की समीक्षा की जा रही है। सितंबर माह में होने वाले मेट्रो ट्रायल रन के मद्देनजर एमडी सिंह शुक्रवार को इंदौर मेट्रो साइट्स का निरीक्षण करने पहुंचे। निरीक्षण के दौरान सिंह द्वारा निर्देश दिए गए कि श्रमिकों की संख्या बढ़ाकर दिन-रात कार्य कर तय समय मे पूर्ण कर लिए जाएं। उन्होंने इस माह अंत तक ट्रायल रन के लिए अधोसंरचना संबंधी सभी कार्य पूर्ण करने के लिए कहा।

’एमडी सिंह द्वारा ट्रायल रन के मद्देनजर शुक्रवार की सुबह गांधी नगर मेट्रो डिपो में सभी संबंधित विभागों के साथ निरीक्षण कर कार्य समय पर सुरक्षा के साथ पूर्ण करने हेतु निर्देशित किया।
’अधिकारियों द्वारा आश्वासन दिया गया कि ट्रायल रन के लिए सभी महत्वपूर्ण कार्य समय पर पूर्ण कर लिए जाएंगे।
’एमडी ने मेट्रो डिपो एवं वायाडक्ट को जोड़ने वाली लाइन एवं यार्ड, टेस्ट ट्रैक, सब-स्टेशन इत्यादि पर विस्तार से निरीक्षण किया एवं प्रगति पर संतुष्टि जाहिर की।
’एमडी द्वारा स्टेशन का भी निरीक्षण किया गया, जिसमें सभी जरूरी कार्य समय पर पूर्ण करने के लिए सिविल तथा सिस्टम कान्ट्रैक्टर को निर्देश दिए कि आपस में सामंजस्य बिठा सभी कार्य तय समय में सुनिश्चित किए जाएं। अधिकारियों ने स्टेशन की कार्य प्रगति रिपोर्ट देते हुए आश्वासन दिया इसी माह के अंत तक ट्रायल के लिए जरूरी सभी कार्य पूर्ण कर लिए जाएंगे।
’सिंह द्वारा स्टेशन कान्ट्रैक्टर को निर्देशित किया गया कि बचा हुआ काम जल्द पूर्ण करके ट्रैक्शन कान्ट्रैक्टर को सुपुर्द कर दें, ताकि थर्ड रेल का कार्य भी तय समय सीमा में समाप्त हो सके। थर्ड रेल के द्वारा ही ट्रेन को चलाया जाएगा।
’साथ ही लिफ्ट एवं एस्केलेटर के बचे हुए कार्य भी शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए।
’एमडी द्वारा कान्ट्रैक्टर को निर्देश दिए कि साफ-सफाई एवं हाउस्कीपिंग के कार्यों को भी साथ-साथ किया जाए, उसके बाद सौंदर्यीकरण के कार्य किए जाएंगे।

मेट्रो ट्रेन का इंतजार खत्म होने के करीब, एमडी मनीष सिंह ने कार्यों का लिया जायजासितंबर में ट्रायल रन की तैयारी………. Read More »

स्वच्छ सर्वे : टॉप 3 की दौड़ में भोपाल शामिल

वर्षा के मौसम में शहर की सफाई की वार्षिक परीक्षा शुरू हो गई है। शुक्रवार को पुराने शहर से टीम अचानक शाहपुरा पहुंची। यहां ट्रांसफर स्टेशन और मनीषा मार्केट के साथ कॉलोनी के भीतर से गुजर रहे नाले की सफाई भी देखी। सफाई से संबंधित 46 बिंदुओं की जांच के लिए टीम वार्ड-वार्ड में घूम रही है। सर्वेक्षण की यह टीम पूरे 85 वार्डों का मुआयना करेगी।
हालांकि कब-कहां जाना है यह दिल्ली से तय हो रहा है। फील्ड सर्वे के लिए बने एप पर लोकेशन ओपन होती है और टीम पहुंच जाती है। नगर निगम के अफसर भी स्वीकार रहे हैं कि उन्हें पता ही नहीं होता है कि कब टीम कहां पहुंच गई। निगम ने सिटी प्रोफाइल के अनुसार जगह-जगह अमला तैनात कर रखा है। यह टीम कम से कम एक सप्ताह भोपाल में रहेगी।

80 प्रतिशत नंबर फीडबैक के हैं
टीम सिटीजन फीडबैक भी ले रही है। लोगों से सफाई व्यवस्था के बारे में पूछा जा रहा है। स्वच्छ सर्वे में सिटीजन फीडबैक के नंबरों में से 80 प्रतिशत फीडबैक के हैं। पिछले साल स्वच्छ सर्वे में भोपाल देश भर में छठवें नंबर पर था। इसके साथ ही फाइव स्टार और वॉटर प्लस का स्टेटस भी भोपाल को मिला था। इस बार शहर टॉप थ्री की दौड़ में है। इसके बाद स्टार रेटिंग की सर्वे टीम भोपाल आएगी।
सुबह से कमिश्नर ले रहे फॉलोअप
टीम के शहर में घूमने पर नगर निगम कमिश्नर फ्रेंक नोबल ए सुबह से फॉलोअप ले रहे थे। उन्होंने हर लोकेशन पर मौजूद निगम अफसरों से फीडबैक लिया और शाम को महापौर मालती राय ने समीक्षा की।

स्वच्छ सर्वे : टॉप 3 की दौड़ में भोपाल शामिल Read More »

उज्जैन-देवास के सीवरेज नालों से प्रदूषित

उज्जैन और देवास के सीवरेज नालों से शिप्रा नदी प्रदूषित हो रही है। शिप्रा नदी के प्रदूषण पर लगी याचिका पर सुनवाई और रिपोर्ट के आधार पर यह बात सामने आई है, वहीं नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) ने 4 जिलों के कलेक्टर और नोडल एजेंसी की रिपोर्ट पर अलग से एडवोकेट्स की नियुक्ति की है।
शिप्रा प्रदूषण को लेकर विक्रम विश्वविद्यालय के कार्यपरिषद् सदस्य एवं शिप्रा अध्ययन यात्रा के संयोजक व पर्यावरणविद् सचिन दवे की ओर से एनजीटी में याचिका लगाई गई है। एनजीटी ने मामले में उज्जैन, इंदौर, देवास और रतलाम के कलेक्टर और गठित नोडल एजेंसी एडिशनल चीफ सेक्रेटरी जल संसाधन मंत्रालय एवं प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (पीसीबी) चेयरमैन को शिप्रा प्रदूषण पर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए थे। याचिकाकर्ता दवे ने बताया- याचिका में गुरुवार को सुनवाई हुई। इसमें एनजीटी के निर्देश पर उज्जैन, देवास, इंदौर और रतलाम कलेक्टर ने रिपोर्ट सौंपी। नोडल एजेंसी ने अपनी अलग से रिपोर्ट प्रस्तुत की। दवे के अनुसार बहस के दौरान कई बिंदुओं पर चर्चा हुई। इसमें यह जानकारी सामने आई कि उज्जैन-देवास के सीवरेज नालों से शिप्रा नदी प्रदूषित हो रही है। एनजीटी ने कहा कि नोडल एजेंसी और कलेक्टर्स ने मिलकर जो रिपोर्ट बनाई है, उस रिपोर्ट में कई जगह स्पष्ट नहीं है। उद्योगों के ट्रीटमेंट प्लांट को भी पीसीबी ने क्रॉस चेक नहीं किया।

उज्जैन-देवास के सीवरेज नालों से प्रदूषित Read More »

Scroll to Top
Verified by MonsterInsights