शहर लगातार हादसों का दंश झेल रहा है। अभी कुछ दिनों पहले बावड़ी हादसे ने सभी को रुला दिया था। वहीं, अब क्रेन हादसा एक बार फिर शहर को दर्द दे गया। एक माह बाद ही यह दूसरा बड़ा हादसा है, जिसमें तीन मासूम सहित चार लोगों की जान चली गई है। बाणगंगा थाना क्षेत्र में मंगलवार शाम बेकाबू क्रेन यमदूत बनकर दौड़ी। बाणगंगा ब्रिज से उतरते समय पहले आॅटो रिक्शा को टक्कर मारी, फिर दो बाइक सवारों को रौंद डाला। इसमें तीन मासूम समेत चार लोगों की मौत हो गई। एक महिला घायल है। क्रेन इसके बाद एक बस के पिछले हिस्से से टकराई। बस नहीं होती तो और भी वाहन चालक चपेट में आ जाते। हादसे से क्षेत्र में सनसनी फैल गई। सड़क पर पड़े क्षत-विक्षत शवों को देख राहगीर सिहर उठे। लोगों ने उन पर तत्काल कपड़े डाले और पुलिस को सूचना दी। क्रेन ड्राइवर को लोगों ने मौके पर ही दबोच लिया। घटना के बाद उज्जैन, लवकुश चौराहा से शहर में आने वाला ट्रैफिक ठप हो गया। कई किमी लंबा जाम लग गया। पूरी घटना सीसीटीवी में कैद हुई है।
पुलिस के मुताबिक, मंगलवार शाम करीब 6.15 बजे बाणगंगा ब्रिज से मरीमाता की ओर जा रही क्रेन (एचआर-38 बी 2002) ने कई वाहनों को टक्कर मार दी। मौके पर पहुंचे डीसीपी धर्मेंद्र सिंह भदौरिया, एसीपी धैर्यशील येवले, टीआइ राजेंद्र सोनी टीम के साथ व्यवस्था संभालने में जुटे। ताबड़तोड़ सड़क से क्षत-विक्षत शवों को उठाया गया। घायल महिला को अरबिंदो अस्पताल भेजा गया। जानकारी के मुताबिक, हादसे में शारदा (40) पति दिनेश निवासी कावेरी नगर, एरोड्रम के दोनों पैर में गंभीर चोट आई है। शारदा के बेटे रितेश व शरद (6) की मौत हो गई। उनकी बहन के बेटे राज (13) ने भी मौके पर दम तोड़ दिया। सभी एक बाइक पर सवार थे। संभवत: बाइक रितेश चला रहा था। एक अन्य बाइक सवार सुनील परमार (45) निवासी सुदामा नगर वे फार्मा कंपनी से घर जाते वक्त वे क्रेन की चपेट में आ गए। उनकी भी मौके पर जान चली गई।