क्रिकेटर्स बहुत हुए, स्टार क्रिकेटर्स भी हुए, लेकिन सचिन जैसा न पहले हुआ था और न बाद में हो सकता है। सचिन के 50वें बर्थडे पर हर कोई उनके बारे में कुछ नई और विशेष बातें जानना चाहेगा।
आंकड़ों के जादूगर
इंटरनेशनल क्रिकेट में 664 मैच, 782 इनिंग्स, 34357 रन और 100 शतक। ये क्रिकेट में बल्लेबाजी से जुड़े स्टैट्स के माउंट एवरेस्ट हैं। बहुत से खिलाड़ियों ने इस पर चढ़ाई करने की कोशिश की है, लेकिन कोई आधे रास्ते में हांफ गया तो किसी का जज्बा चोटी के करीब पहुंचकर जवाब दे गया। ये रिकॉर्ड्स अनब्रेकेबल माने जाते हैं और फिलहाल कोई भी इनके आस-पास नहीं है।
क्रिकेट को अरबों का बनाया
ऐसा नहीं है कि सचिन पहले ऐसे बल्लेबाज हैं, जिन्होंने दुनियाभर के गेंदबाजों के छक्के छुड़ाए। उनसे पहले डॉन ब्रैडमैन, विव रिचर्ड्स जैसे धुरंधर आए थे। लेकिन, सचिन दुनिया के पहले ऐसे खिलाड़ी बने, जिनकी बदौलत क्रिकेट प्रोफेशनल दुनिया में करोड़ों-अरबों का खेल बन गया। सचिन मल्टी मिलियन डॉलर की ब्रांड डील पाने वाले पहले खिलाड़ी बने थे। सबसे पहले 1995 में वर्ल्ड टेल ने उनके साथ करार किया था। उसके बाद 2001 में 800 करोड़ के एग्रीमेंट के साथ 5 साल के लिए डील को आगे बढ़ाया। वे 100 करोड़ से ज्यादा की डील करने वाले पहले क्रिकेटर बन गए। इसके बाद ही बड़े-बड़े फाइनेंशियल प्लेयर्स को अहसास हुआ कि क्रिकेटर्स भी ब्रांड बन सकते हैं और उनसे जुड़कर अपने प्रोडक्ट को हिट कराया जा सकता है। सचिन ने जो रास्ता खोला उस पर चल कर धोनी, कोहली, शर्मा जैसे अरबपति खिलाड़ियों की फौज आई।
रोल मॉडल बन गए
2000 के शुरुआती दशक में सचिन भारतीय युवाओं का रोल मॉडल बन गए। हर गली-मोहल्ले में उनका नाम होता। जब भी कोई पिता अपने बेट को क्रिकेट खेलने के लिए डांटता, तो कहता- खेलकर क्या सचिन तेंदुलकर बनेगा…? सचिन की बैटिंग को देखकर लाखों-करोड़ों युवाओं ने क्रिकेटर बनने के सपने के साथ बल्ला उठाया। उनमें भारत को दो वर्ल्ड कप जिताने वाले कप्तान महेंद्र सिंह धोनी, विस्फोटक बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग, युवराज सिंह, विराट कोहली और रोहित शर्मा जैसे कई नाम हैं, जो आगे जाकर भारतीय टीम का चेहरा बने। ये खिलाड़ी कई इंटरव्यू में कह चुके हैं कि क्रिकेट खेलने की उनकी प्रेरणा सचिन ही थे।