मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, आईसीसी ने कोंस्टास मामले में भारतीय दिग्गज विराट कोहली को सजा दी है। उनके मैच फीस का 20 प्रतिशत जुर्माना लगाया है। साथ ही एक डिमेरिट अंक भी दिया है।
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच मेलबर्न में खेले जा रहे चौथे टेस्ट के पहले दिन ही मैदान पर हाईवोल्टेज ड्रामा देखने को मिला। ऑस्ट्रेलियाई पारी के 11वें ओवर में विराट कोहली और 19 साल के सैम कोंस्टास के बीच भिड़ंत हुई। दोनों के कंधे से कंधा टकराया। अब इस मामले ने आईसीसी का भी ध्यान खींचा है। आईसीसी इस मामले की समीक्षा की है। विराट पर कार्रवाई हुई है और उन्हें सजा भी दी है।
10वें और 11वें ओवर के बीच भिड़े कोहली और कोंस्टास
ऑस्ट्रेलियाई पारी के 10वें ओवर के बाद और 11वें ओवर के बीच में यह घटना घटी। कोंस्टास ने बुमराह की गेंद पर दो चौके और एक छक्का लगाया। 10वें ओवर के बाद कोहली नॉन स्ट्राइकर एंड से वापस आ रहे थे। वहीं, कोंस्टास क्रीज से आगे निकल रहे थे। तभी कोहली का कंधा कोंस्टास के कंधे से जा लड़ा। दोनों की टक्कर हुई। इस पर कोंस्टास ने पीछे मुड़कर कोहली को कुछ शब्द कहे और फिर कोहली ने भी जवाब दिया। दोनों के बीच तूतूमैंमैं का वीडियो सामने आया है। इसके बाद अंपायर को आकर दोनों को दूर किया और मामला शांत कराया। इसके बाद कोंस्टास ने 11वें ओवर में 18 रन बटोरे थे। इस दौरान उन्होंने दो चौके और एक छक्का लगाया था।
आईसीसी ने इस मामले की समीक्षा की है। आईसीसी की आचार संहिता के अनुसार, “क्रिकेट में किसी भी प्रकार का अनुचित शारीरिक संपर्क प्रतिबंधित है। एक सीमा तक इसकी अनुमति है, लेकिन यदि कोई खिलाड़ी जानबूझकर या लापरवाही से किसी अन्य खिलाड़ी या अंपायर से टकराता है या कंधे से कंधा टकराता है, तो इसे नियम का उल्लंघन माना जाएगा।”
हालांकि, इस मामले में उल्लंघन की गंभीरता का मूल्यांकन करते समय कुछ कारकों (बिना किसी सीमा के) को ध्यान में रखा गया। इनमें शामिल हैं- पहला, जब यह घटना हुई, उस समय की स्थिति क्या थी। क्या संपर्क जानबूझकर किया गया या लापरवाही से हुआ, और क्या इसे टाला जा सकता था। दूसरा, कंधे से किस बल से टक्कर मारी गई। तीसरा, क्या टक्कर से संबंधित लोगों को चोट आई या नहीं, और चौथा, वह व्यक्ति जिसके साथ कंधा टकराया था। इन सभी पहलुओं पर विचार किया गया। 2018 दक्षिण अफ्रीका-ऑस्ट्रेलिया टेस्ट सीरीज के दौरान स्टीव स्मिथ को धक्का देने के लिए कगिसो रबाडा को तीन डिमेरिट पॉइंट्स दिए गए थे, हालांकि, अपील के बाद यह सजा हटा दी गई थी।